सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: सफीदों सदर थाना में तैनात एसपीओ पूनम द्वारा आत्महत्या करने के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीहर पक्ष द्वारा सफीदों सदर थाना के बाहर जाम लगाना उनको महंगा पड़ गया है। जहां कल दोपहर तक पुलिस जाम लगाने वाले पीहर पक्ष के लोगों को समझाते-बुझाते व आश्वासन देते हुए दिखाई पड़ रही थी, वहीं रात में पुलिस ने उन्ही लोगों के ख्खिलाफ सदर थाना के बाहर सड़क जाम करने, मास्क का प्रयोग ना करने, बिना विधिवत अनुमति के धरना-प्रदर्शन करने के आरोप मामला दर्ज कर लिया है। इस दर्ज प्राथमिकी में पुलिस ने मृतका के भाई वेदपाल निवासी बनवासा (सोनीपत) व सफीदों उपमण्डल के गांव जयपुर के नवीन कुमार को नामजद किया है। थाना के एएसआई भुपेंद्र सिंह ने दी शिकायत में कहा कि वे अपनी टीम के साथ थाना सदर सफीदों के मुख्य गेट पर मौजुद थे कि उसी दौरान 50-60 व्यक्ति एकदम इकट्ठे होकर थाना सदर सफीदों के सामने मेन जींद रोड के ऊपर आ गए और आक्रोशित होकर कहने लगे कि हमने 19 अगस्त को धारा 306 व 34 का सदर थाना सफीदों में मामला दर्ज करवाया था जिसमें नामजद आरोपियान की गिरफ्तारी अभी तक नही हुई है। मुकद्दमा में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर वे थाना सदर सफीदो के सामने रोड जाम करेंगे और भाषणबाजी करते-करते थाना सदर सफीदों रोड पर जाम लगा दिया। जब मैने उन लोगों से धरना करने की अनुमति मांगी तो इन लोगों के पास किसी तरह का धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नही थी। किसी भी व्यक्ति ने मुहं पर मास्क नहीं लगा रखा था औऱ रोड को जाम करने के कारण आम जनता आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानियो का सामना करना पड़ा।
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कोविड-19 महामारी के चलते सभी प्रकार के धरना-जलूस आदि पर बिना अनुमति के सरकार द्रारा रोक लगाई हुई है। मेरे काफी समझाने के बावजुद भी रोड जाम की अध्यक्षता कर रहे मृत्तका पूनम के भाई वेदपाल निवासी बनवासा (सोनीपत) व नवीन कुमार निवासी गांव जयपुर (सफीदों) व अन्य नामालुम 50-60 व्यक्तियों ने मिलकर जगह सरेआम पर कोविड-19 कानूनों की उल्लंघना की व बिना अनुमति के रोड जाम करके आमजन को बाधित किया। एएसआई की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 147,149,188, 269, 270, 283, 51बी डिजास्टर मैनेजमैंट एक्ट 2005, 3 एपेडिमिक डिजिज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गौरतलब है कि मृतका सफीदों के खातला गांव के सुखजिंद्र के साथ वर्ष 2007 से शादीशुदा बताई गई जिसने सदर थाना में तैनात रहते पिछले दिनों स्कूटी पर गांव से शहर आते समय जहरीला पदार्थ गटककर आत्महत्या कर ली थी। उसके कब्जे से पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया था जिसमें उसने उसके पति सुखजिंदर सहित 6 लोगों को उसकी मौत के जिम्मेदार बताया था। पुलिस ने उन 6 लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज किया था लेकिन पुलिस ने इससे पहले भी शिकायत पक्ष के रोष प्रदर्शन के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। वीरवार को बनवासा से शिकायत पक्ष के लोग ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सदर थाना में पहुंचे थे जिन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को अड़ाकर सड़क जाम कर दी थी। इस मौके पर डीएसपी साधू राम ने मौके पर आकर बताया था कि एक आरोपी को गिर$फतार कर लिया गया है और उन्होने शेष आरोपियों को एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया था।
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