सत्यखबर बरवाला
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार का नया गांव हरियाणा ही नहीं बल्कि देशभर के अन्य गांवों के सामने एक उदाहरण पेश करके एतिहासिक गांव बना है जिसने सामुदायिक बायोगैस प्लांट लगाकर गोबर गैस को पाइप लाइनों के माध्यम से घरों की रसोई तक पहुंचाया है। यह इतना महत्वपूर्ण प्लांट है जिसने महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के स्वप्न को साकार किया है। इसकी सफलता व उपयोगिता को देखते हुए हरियाणा के सभी 138 खंडों के एक-एक गांव में इसी तर्ज पर बायो गैस प्लांट लगवाए जाएंगे। इससे इन गांवों में घर-घर तक पाइप लाइन के माध्यम से गैस की आपूर्ति की जाएगी जिससे लोगों की रसोई के खर्च को कम करने में मदद मिलेगी और गांव के गोबर का भी सहज निष्पादन हो सकेगा।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आज उकलाना हलका के नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट, सामुदायिक केंद्र व पशु अस्पताल का उद्घाटन करने उपरांत मौके पर मौजूद ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गांव में बनी नई विकास परियोजनाओं के लिए ग्रामीणों को बधाई दी और इस गांव को तरक्की पसंद बताते हुए अन्य गांवों को भी इससे प्रेरणा लेने की सलाह दी। इस अवसर पर प्रदेश के पुरातत्व-संग्रहालय एवं श्रम-रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक भी मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गोबर गैस प्लांट की दूसरी यूनिट का शिलान्यास भी किया जिसके बाद गांव के सभी घरों तक पाइपों के माध्यम से गोबर गैस पहुंचाने का कार्य पूरा होगा। इसके बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने ग्रामीण सुभाष मावलिया के घर जाकर उनकी रसोई में बायोगैस से चलने वाले चूल्हे को जलाकर इस परियोजना का शुभारंभ किया। इस दौरान वह बायोगैस प्लांट से पैदल चलते हुए गांव की गलियों में पहुंचे और घरों में जाकर महिलाओं से पूछा कि अब उनके घरों में एलपीजी की बजाय बायोगैस पहुंच रही है तो वह कैसा महसूस कर रही हैं। महिलाओं ने डिप्टी सीएम को अपने बीच पाकर खुश होकर गोबर को ठिकाने लगाने और इससे फैलने वाली गंदगी से मुक्ति मिलने की कहानियां सुनाई और अपने अनुभव उप मुख्यमंत्री के साथ सांझा किए। तत्पश्चात् उप मुख्यमंत्री ने सरपंच मंजीत सिंह के आवास पर जाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी व अधिकारियों को उनका समाधान करने के आदेश दिए।
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में सामुदायिक बायोगैस प्लांट जैसी विकास परियोजनाएं स्थापित करके हम गांवों को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस गोबर गैस प्लांट से ग्रामीणों को सभी खर्च शामिल करके एक सिलेंडर जितनी गैस 300 रुपये से भी कम कीमत पर उपलब्ध होगी इससे ग्रामीणों का एलपीजी गैस पर होने वाले खर्च में काफी कमी आएगी। इसके साथ ही बायोगैस प्लांट से गांव में प्रतिदिन निकलने वाले गोबर का भी सहज समाधान व उपयोग हो रहा है। इतना ही नहीं, गोबर को बेचने से अब ग्रामीणों को आमदनी भी हो रही है। गांव के संसाधनों के उपयोग से गांव एक मामले में यदि आत्मनिर्भर बनता है तो यह महात्मा गांधी के ग्राम स्वाराज के स्वप्न के साकार होने के समान है।
उप मुख्यमंत्री ने विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल से कहा कि वे प्रदेश के सभी डीडीपीओ-बीडीपीओ की नया गांव में वर्कशॉप लगाएं ताकि वे यहां से इस मॉडल की कार्यप्रणाली को समझकर अपने जिलों व खंडों में बायोगैस प्लांट की स्थापना की प्रक्रिया शुरू करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीणों की प्रत्येक समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करवाया जा रहा है और हम खुशहाल हरियाणा के अपने विजन को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों का भी निरीक्षण किया और उनका हौसला बढ़ाया।
इस मौके पर विधायक देवेंद्र बबली, विधायक अमरजीत ढांडा, एडीसी अनीश यादव, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, जजपा जिलाध्यक्ष जयपाल बांडा हेडी, महिला प्रदेशाध्यक्ष शीला भ्याण, वरिष्ठ जजपा नेता राजेंद्र लितानी, पंचायती राज एक्सईएन प्रेम सिंह राणा, डीएफएससी सुभाष सिहाग, परियोजना अधिकारी डॉ. राजकुमार नरवाल, डीपीएम पिंकी यादव, इनसो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सिल्क पूनिया, युवा जिला अध्यक्ष अमित बूरा, हलकाध्यक्ष कैप्टन छाजू राम, प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट मनदीप बिश्नोई, सजन लावट, डॉ अजीत सिंह, बलराज सिंह, शेर सिंह बतरा, अनिल बालकिया, सुनील बूरा, राधिका गोदारा, सरपंच मंजीत सिंह, नेकीराम, सुभाष मावलिया, होशियार सिंह बिठमड़ा, एडवोकेट तरुण गोयल, सरपंच संदीप पूनिया, ईश्वर श्योराण, विक्की श्योराण, राहुल व धूप सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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