सत्यखबर कुरुक्षेत्र (भरत साबरी) – सोनीपत के खरखोदा के बाद कुरुक्षेत्र में पुलिस थाने से शराब की हेराफेरी का मामला पकड़ा गया है। थाना केयूके से 396 पेटी शराब की हेराफेरी कर ली गई। पुलिस व आबकारी विभाग की टीम ने 2018 में एक गोदाम से 4752 पेटी बरामद की थी। इन्हीं में से उक्त शराब की पेटी हेराफेरी की गई है। एसआइटी की रिपोर्ट के आधार पर थाना केयूके ने दो मुख्य सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इन दोनों मुख्य सिपाहियों के पास मालखाना की भी ड्यूटी थी।
एसपी आस्था मोदी ने गत दिनों जिले के सभी थानों में बरामद शराब की जांच के लिए एसआइटी गठित की थी। इंस्पेक्टर प्रतीक कुमार इसकी अगुवाई कर रहे थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट एसपी को सौंपी। यहां से शराब 396 पेटी शराब की गायब मिली। इनमें 59 पेटी अंग्रेजी शराब, 323 देसी शराब और 13 पेटी बीयर की गायब थी। एसपी ने रिपोर्ट के आधार पर थाना केयूके में मुख्य सिपाही सपताल सिंह व राजेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। थाना केयूके ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
खरखौदा और समालखा में शराब चोरी के मामले से जोड़कर भी देख रही पुलिस
ड्राइ एरिया के थाना केयूके से तस्करी की पकड़ी शराब निकालने का खेल लंबे समय से चल रहा था। प्राथमिक जांच के आधार पर थाने के दो मुख्य सिपाहियों पर एसपी के आदेश पर उसी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसको लॉकडाउन के दौरान शराब निकालने के साथ पूर्व विधायक सत¨वद्र राणा के मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है। शराब ठेकेदार पवन के गोदाम पर उस वक्त काम करते पकड़े गए बलराज उर्फ राजा वासी मानपट्टी गांव सोंगरी व दीपक उर्फ दीपू वासी दाबदल पट्टी गांव जखोली जिला कैथल के हैं। इनके तार शराब तस्करी के दूसरे मामलों से जोड़कर देखा जा रहे हैं।
एसआइटी रिपोर्ट से उड़े पुलिसकर्मियों के होश
एसआइटी की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज मुकदमे के बाद खाकीधारकों के भी होश उड़ गए हैं। पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले में एक अन्य एसआइटी भी गठित की है। बताया जा रहा है कि दोनों मुख्य सिपाहियों के पास मालखाने की चाबी रहती थी। पुलिस ने शहर से सटे समसीपुर गांव से 13 जून 2018 को भारी मात्र में शराब बरामद की थी। इस शराब को जब्त कर थाना केयूके के माल गोदाम में रख दिया था। मुंशी के पास इसकी चाबी रहती थी।
बता दें की धर्मनगरी होने के चलते थानेसर ड्राइ एरिया घोषित है। यहां शराब व मीट की बिक्री पर प्रतिबंध है और न ही सार्वजनिक रूप से कोई शराब पी सकता है। इन सबके बीच शहर में शराब की तस्करी लगातार जारी है। पुलिस अब तक तस्करों पर ही कार्रवाई कर रही थी। जिले में शायद पहली बार किसी वर्दीधारी पर शराब में हेराफेरी का आरोप लगा है। अब देखना है कि शराब के इस खेल में किस-किस के हाथ थे।
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