सत्यखबर, गुरूग्राम, मुकेश कुमार
कोविड-19 से बचाव के लिए गुरुग्राम जिला में घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। वैश्विक महामारी के फैलाव को रोकने तथा लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो, इसके लिए गुरूग्राम जिला में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूह निरंतर कपड़े व डिस्पोजेबल मास्क बनाकर स्वास्थ्य सेवा की दिशा में सार्थक कदम उठाए हैं।
गुरूग्राम जिला के विभिन्न गांवों से 113 स्वयं सहायता समूहों की लगभग 443 सदस्य डिस्टेंस मैनटेंन करते हुए दिन-रात लोगों के सुरक्षा कवच के रूप में उपयोग होने वाले मास्क बना रही हैं। उन्होंने बताया कि मास्क बनाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष तौर पर ध्यान रखा जा रहा है। ब्लाॅक कोर्डिनेटर सुशीला तथा गुलशन की देख रेख में मास्क बनाने की प्रक्रिया को सुनियोजित तरीके से पूरा किया जा रहा है। यहां आपको बता दें कि गुरूग्राम जिला में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को स्थाई आजीविका के रास्ते सुगम करने हेतु कृषि व लघु उद्योग से संबंधित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का सफल संचालन किया जा रहा है जोकि मिशन का मुख्य उद्देश्य है। इसी क्रम में समूह के सदस्यों को कौशल विकास एवं स्थाई आजीविका उपलब्ध कराते हुए खंड स्तर पर सिलाई केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। उक्त सिलाई केंद्रों के समूहों की महिला सदस्यों द्वारा सामान्य कार्य को छोड़कर समय की आवश्यकता को मद्देनजर रखते हुए राष्ट्रहित में अब कोविड-19 से बचाव की दिशा में अपनी भागीदारी मास्क बनाकर सुनिश्चित कर रही हैं।
गुरूग्राम जिला में बने सिलाई केंद्रों पर 5 से 10 महिलाएं प्रत्येक केंद्र पर रोजाना कोविड-19 के बचाव उपायों का ध्यान रखते हुए, एक दूसरे से दूरी निर्धारित रख एवं स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखते हुए कपड़े व डिस्पोजेबल मास्क बनाने में जुटी हैं। मिशन की जिला कार्यक्रम प्रबंधक दीप्ति ढींडसा ने जानकारी देते हुए बताया कि मास्क जैसी आवश्यक वस्तु का उपयोग आमजन तक पहुंचाने के लिए अब तक 70 हजार मास्क तैयार किए जा चुके हैं जिन्हें विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के माध्यम से लोगों में वितरित किया जा रहा हैं। गुरूग्राम जिला के ये स्वयं सहायता समूह अपने जिले व प्रदेश में मास्क की आपूर्ति कर रहे हैं । यह कार्य अब भी युद्ध स्तर पर जारी है। जिला की ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जहां राष्ट्रहित में कोविड-19 से बचाव में मास्क उपलब्ध कराने में अहम योगदान दे रही हैं, वहीं अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को भी सुरक्षित करने में महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी है।
अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार ने बताया कि जिला में नारी शक्ति महिला क्लस्टर फेडरेशन पटौदी भी इस दिशा में सराहनीय काम कर रही है। इस क्लस्टर में महिलाओं द्वारा रोजाना फेस मास्क बनाए जा रहे हैं। ये महिलाएं दिन-रात काम कर लोगों की मदद कर रही हैं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में आज जहां पूरा विश्व वैश्विक महामारी से जूझ रहा है वहीं ये महिलाएं कड़ी मेहनत करते हुए देशहित में अच्छा काम कर रही हैं। उन्होंने जिला के गांव ताजनगर , शंकर की ढाणी, बिलासपुर, भांगरौला, उंचा मांजरा तथा पंचगांव में महिलाएं फेस मास्क बनाकर लोगों में निःशुल्क वितरित कर जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही हैं।
गुरूग्राम जिला की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की भागीदारी जहां मास्क बनाते हुए राष्ट्र को सुरक्षा कवच प्रदान कर रही हैं, साथ ही इनके द्वारा कोविड-19 राहत कोष में भी उक्त समूहों द्वारा 1,50,000 रूप्ये की राशि भी मुख्यमंत्री कोरोना रिलीफ फंड में दी गई है। गुरूग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार व जिला कार्यक्रम प्रबंधक दीप्ति ढींढसा ने इन महिलाओं का धन्यवाद किया और कहा कि इन महिलाओं ने हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में सहयोग देकर मानवता का परिचय दिया है जोकि अत्यंत सराहनीय है। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि समाज की अन्य संस्थाओं को भी जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए।
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