सफीदों, (महाबीर)
सफीदों उपमंडल के गांव रत्ताखेड़ा में हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के तत्वावधान में शहीद भगत सिंह जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्ख्यवक्ता राधेश्याम हाट ने शिरकत की। इस मौके पर युवाओं ने शहीद भगत सिंह प्रतीमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। अपने संबोधन में राधेश्याम हाट ने कहा कि भगत सिंह का सपना जातिविहीन, शोषणविहीन समाज का निर्माण करना था। भगत सिंह क्रांतिकारी देशभक्त ही नहीं बल्कि एक अध्ययनशील विचारक, कलम के धनी, दार्शनिक, चितक, लेखक, पत्रकार और महान पुरुष थे। उन्होंने 23 वर्ष की छोटी सी आयु में फ्रांस, आयरलैंड और रूस की क्रांति का विषद अध्ययन किया था।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमर क्रांतिकारी भगत सिंह की बहादुरी से घबराए अंग्रेजों ने फांसी की नियत समय से 12 घटे पूर्व यानी 23 मार्च सन् 1931 को सायंकाल 7.33 बजे लाहौर की जेल में दे दी। भगत सिंह जैसे देशभक्तों की बदौलत ही हमें आजादी मिली है और हमें उनके पदचिह्नों पर चलना चाहिए। इस मौके पर प्रमुख रूप से डा. दिनेश, मा. मुकेश, अंकुश, सुरेश, पिंटू सिंगला, रोहित कुमार, बालकिशन, जयकिशन, राजेंद्र, सुमित्रा, बिमला व बबली मौजूद थे।
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