सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान):-
मण्डियों में गेहूं की आवक में बहुत तेजी से इजाफा होता जा रहा है, लेकिन वहीं मंडियों में उठान धीमा होने के कारण फसल डालने के लिए जगह ही नहीं बची हैं। जिस कारण किसानों को अपनी फसल कच्चे में उतारनी पड़ रही हैं। इससे किसानों में भारी रोष है। आढ़तियों पवन कुमार, रमेश जैन, महेंद्र, विनोद मंगला, सुखबीर सिंह, चिंरजी लाल आदि का कहना है कि मंडियों में माल भरा पड़ा है, लेकिन एजेंसियां उनको बारदाना नहीं उपलब्ध करवा रही हैं। जिस कारण खुले में गेहूं रखना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि आढ़तियों को अभी तक पेमेंट नहीं की गई है, जिससे एजेंसियों की तरफ करोड़ों रूपये पेमेंट बकाया है। उन्होंने बताया कि एजेंसियों द्वारा माल का उठान धीमा किया जा रहा है, जिससे लाखों कट्टे खुले आसमान के नीचे पड़े हुए हैंं। फिर भी एजेंसियों को कोई फिक्र नहीं हैं। यही नहीं तोल में हेरा-फेरी की शिकायत आ रही है, जिसका शॉॅर्ट आता है, वो तो लिखा जाता है, लेकिन ज्यादा का नहीं लिखा जाता। नरवाना की दोनों मण्डियों सहित 13 परचेज सेंटरों पर 13 लाख 74 हजार 350 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है, परंतु अभी तक 2 लाख 21 हजार 70 क्ंिवटल का ही उठान हुआ है। जबकि 11 लाख 53 हजार 280 क्ंिवटल का उठान होना बाकी है।
बॉक्स
एजेंसियां मिल मालिकों से मिलकर उनको ज्यादा बारदाना उपलब्ध करवा रही है, जबकि आम आढ़तियों को उपलब्ध नहीं होता। यही नहीं एजेंसियां करोड़ों रूपये की पेमेंट नहीं दे रही हैं, इससे किसानों को भुगतान नहीं हो रहा है।
राजेश शर्मा
पूर्व मंडी प्रधान एसोसिएशन
नरवाना।
Copper scrap industry knowledge Local copper scrap buyers Metal recycling industry regulations
Copper cable scrap packaging, Scrap metal reclamation yard collection, Scrap Copper grades