सत्यखबर चरखी दादरी (विजय कुमार) – रोडवेज बेड़े में 510 प्राइवेट बसों को शामिल करने के टेंडर रद्द करने का सरकार द्वारा फैसला वापस लेने के खिलाफ रोडवेज कर्मचारी भडक़ गए हैं। तालमेल कमेटी के सदस्य रणबीर गहलौत की अगुवाई में हुए प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अल्टीमेटम दिया कि अगर फैसला वापिस नहीं लिया गया तो कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं। वहीं कर्मचारियों ने चेताया कि 22 सितम्बर को पानीपत के इसराना में परिवहन मंत्री के निवास पर रोष प्रदर्शन करके बड़ा आंदोलन की भी घोषणा की जा सकती है।
रोडवेज कर्मचारी दादरी बस स्टैंड पर एकत्रित हुए और वर्कशाप में गेट मीटिंग की। मीटिंग के बाद कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और बस स्टैंड पर दो घंटे का धरना दिया। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे तालमेल कमेटी के सदस्य रणबीर गहलौत, डिपो प्रधान राजेश रावलधी व कृष्ण ऊण ने संयुक्त रूप से कहा कि रोडवेज की 18 दिन हुई हड़ताल के बाद सरकार व मुख्यमन्त्री ने तालमेल कमेटी की मांग पर किलोमीटर स्कीम में खामियां मानते हुए विजिलेंस जांच करवाई थी। जांच में किलोमीटर स्कीम में घोटाला स्पष्ट साबित होने पर मुख्यमन्त्री ने 510 प्राइवेट बसों के टेंडर रद्द करने का फैसला किया व घोटाले में शामिल अधिकारियों व ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की शुरुआत की थी।
लेकिन सरकार ने कर्मचारियों को प्रताडि़त करने व रोडवेज विभाग का निजीकरण करने की मंशा से 510 निजी बसों के टेंडर रद्द करने के फैसले को वापिस ले लिया है। ऐसे में रोडवेज का प्रत्येक कर्मचारी सरकार के इस फैसले का विरोध करता है। साथ ही सरकार को चेताया कि निजी बसों के टेंडर रद्द फैसले का वापिस नहीं लिया व कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया जो फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे। वहीं उन्होंने कहा कि 22 सितम्बर को पानीपत में परिवहन मंत्री के शहर में रोडवेज कर्मचारी बड़ा आंदोलन करेंगे। इस दौरान हड़ताल का भी फैसला लिया जा सकता है।
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