मोहलखेड़ा आंगनवाड़ी में नौनिहालों को पूरा भोजन नहीं मिलने पर परिजनों में रोष
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सरकार द्वारा गांवों व शहर में जगह-जगह आंगनवाड़ी केंद्र खोले गये हैं, ताकि गर्भवती महिलाओं व नौनिहालों को आंगनवाड़ी में भोजन मिल सके और उनको अपने आहार सूची का पता चल सके। लेकिन अधिकतर गांवों व शहर में खोले गये आंगनवाड़ी केंद्रों या तो समय पर खुलते नहीं और खुलते हैं तो नौनिहालों को पूरा भोजन नहीं मिल पाता। ऐसा ही एक मामला गांव मोहलखेड़ा स्थित आंगनवाड़ी केंद्र नं. 184 में देखने को मिला, जहां नौनिहालों के लिए आंगनवाड़ी केंद्र में कोई सुविधा ही नहीं हैं। नौनिहालों के परिजनों नन्ही, इंद्रो, आशा, परमेश्वरी, नीरू, मीनू, आशा, पिंकी, रामदेई आदि का कहना है कि उनके घर के पास बनाये आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को पूरा भोजन नहीं मिलता है। जो भी मिलता है, वो कभी-कभार ही दिया जाता है। जब बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र में खेलने के लिए भेजा जाता है, तो उनको दुत्कार कर भगा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जब गुलगुले बनाने का दिन आता है, तो हैल्पर द्वारा कह दिया जाता है कि चीनी खत्म हो गई है। यही नहीं बच्चों को सूखी पूरी ही दी जाती है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर कमलेश कभी-कभी आती है और केंद्र हैल्पर के भरोसा छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा शनिवार को छुट्टी नहीं की जाती, जबकि इस केंद्र पर शनिवार को छुट्टी की जाती है। उन्होंने कहा कि खाना बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास द्वारा सिलेंडर दिया गया है, लेकिन लकड़ी जलाकर चूल्हे पर ही खाना बनाया जाता है। उन्होंन कहा कि केंद्र में लाइट ही नहीं है और शौचालय टूटे-फूटे पड़े हैं। बच्चों को शौच के लिए बाहर ही बैठाया जाता है। उन्होंने कहा कि जब हैल्पर को पूरा भोजन देने की बात कही जाती है, तो कहती है कि जो कुछ उसे मिलेगा, वो ही बनायेगी। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी का सामान वर्कर के घर पर उतारा जाता है और वहीं से लाया जाता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि नौनिहालों को आंगनवाड़ी में सारी सुविधा मिलनी चाहिए।
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गांव मोहलखेड़ा में आंगनवाड़ी केंद्र में कम राशन देने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसी बात है तो वर्कर को कार्यालय मेें बुलाकर पूछा जायेगा। केंद्र में गड़बड़ी मिलने पर आवश्यक कारवाई की जायेगी।
बिमला देवी
सीडीपीओ, नरवाना।