सत्यखबर, दिल्ली
फरवरी माह की शुरुआत में म्यांमार की लोकतांत्रिक सरकार को बंदी बनाकर तख्तापलट के जरिए सत्ता अपने हाथ में ले चुकी सेना ने अब अपने सख्त तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मार के सुरक्षा बलों ने तख्तापलट के विरोध में तीन सौ से अधिक लोगों की हत्या कर दी है, जिसमें से लगभग 90 प्रतिशत लोगों की हत्या गोली मारकर की गई। इसमें एक चौथाई लोगों के सिर में गोली लगी। वहीं, जुंटा के एक प्रवक्ता ने कहा कि सेना ने मंगलवार तक 164 प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के नौ सदस्यों को मार गिराया।
https://www.youtube.com/watch?v=adO6hiO3Zf0
म्यांमार की सेना ने तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को यह चेतावनी दी है कि अगर वे सेना के रास्ते में आए तो उन्हें 20 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। कुछ चश्मदीदों और स्थानीय मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट्स के आधार पर लिखा है कि ‘शनिवार को म्यांमार की सेना ने 16 प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी. म्यांमार में 1 फ़रवरी को हुए सैन्य तख़्तापलट के बाद से स्थानीय लोग अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं.
म्यांमार सेना ने पिछले माह सरकार के तख्ता पलट के बाद प्रदर्शन करने वाले 600 से अधिक प्रदर्शनकारियों को बुधवार को रिहा कर दिया और इसे माहौल शांत करने की दिशा में सेना का एक प्रयास माना जा रहा है। समाचार पत्र ‘द गार्डियन’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यांगून में नेसिन जेल के बाहर लोगों को बसों में बिठाया जा रहा था और ये लोग विजयी मुद्रा को दशार् रहे थे जो शायद इस बात का प्रतीक है कि उनकी बातों को मान लिया गया है। सरकारी टेलीविजन की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को कुल 628 लोगों को रिहा किया गया।
बता दें कि 1 फरवरी को म्यांमार की सेना ने लोकतांत्रिक सरकार को उखाड़ फेंका और राज्य काउंसलर आंग सान सू की सहित अन्य लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए नेताओं को हिरासत में लेते हुए एक साल की आपातकाल की घोषणा की। तख्तापलट ने जुंटा (म्यांमार की सेना) की घातक हिंसा के कारण बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
https://www.youtube.com/watch?v=EynoSTqkUPk
Aluminium milling scrap recycling Scrap aluminium waste minimization Scrap metal repurposing services