सत्य खबर, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की खाली हो रही 11 राज्यसभा सीटों पर सभी सदस्य निर्विरोध चुन लिए गए. इनमें से सत्तारूढ़ भाजपा के आठ उम्मीदवार और बाकी सपा या सपा समर्थित प्रत्याशी हैं. बीजेपी के सदस्यों के साथ ही समाजवादी पार्टी समर्थित कपिल सिब्बल, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी और सपा के एक और उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से जारी एक बयान में बताया कि 11 सीटों के सापेक्ष 11 नामांकन पत्र वैध पाये गए. इसकी वजह से तीन जून (शुक्रवार) को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख समाप्त होने के बाद चुनाव अधिकारी द्वारा 11 प्रत्याशियों को निर्वाचित घोषित किया गया है.
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय लोकदल (सपा समर्थित) से जयंत चौधरी, सपा के जावेद अली खान और निर्दलीय कपिल सिब्बल (सपा समर्थित) के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, दर्शना सिंह, बाबू राम निषाद, मिथलेश कुमार, डॉक्टर के लक्ष्मण, सुरेंद्र सिंह नागर और संगीता यादव निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये हैं.
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उल्लेखनीय है कि राज्यसभा के लिए कुल 12 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से बुधवार को यहां जारी एक बयान में बताया गया था कि सभी 12 नामांकन पत्रों की जांच की गयी और जिसमें से 11 नामांकन पत्र सही पायें गये जबकि निर्दलीय उम्मीदवार मौनी फल्हारी बापू का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया. भाजपा ने अपने आठ उम्मीदवारों की घोषणा की थी. वहीं, समाजवादी पार्टी ने जावेद अली खान को मैदान में उतारा और निर्दलीय कपिल सिब्बल और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी का समर्थन किया.
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए कुल 31 सदस्य चुने जाते हैं. निर्वाचन आयोग के मुताबिक राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की 31 मई को आखिरी तारीख थी. एक जून को नामांकन पत्रों की जांच हुई और तीन जून को नाम वापस लिए जाने की अंतिम तारीख तय थी. अगर शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचन नहीं होता तो मतदान 10 जून को निर्धारित किया गया था.
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