सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
क्षेत्र के डिपू होल्डरों मेें राशन की गुणवता को लेकर भारी रोष व्याप्त है। जिसको लेकर रविवार को क्षेत्र के कई डिपो धारक खाद्य आपूर्ति विभाग के गोदाम पर जा पहुचें और आरओ उठान को रोककर बढिया गेहूं की मांग की है। डिपो धारकों ने विभाग के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए है। डिपो होल्डरोंं का आरोप है कि नरवाना ब्लाक के डिपों पर जो राशन जाता है, वह घटिया क्वालिटी का जाता है। इस बारे कई बार अधिकारियोंं को भी शिकायत दी गई है, लेकिन विभाग के अधिकारी कोई सुध नही ले रहे। वही विभाग के अधिकारियों ने रविवार अलसुबह हुई बारिश का हवाला देकर गेहूं भीगने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया, जबकि डिपो होल्डर पिछले कई दिनों से लगातार विभाग के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। डिपो होल्डर एसोसिएसन के प्रधान राजेश शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा ब्लाक के डिपों पर जो राशन जाता है, वह घटिया क्वालिटी का जाता है। अधिकारियोंं को इस बारे कई बार सूचना दी गई। रविवार को जब आरओ उठान को रोका गया, तो किसी अधिकारी ने मौके पर आकर गेहूं की गुणवता नहीं देखी। जिससे आभास होता है कि अधिकारियों की देखरेख में ही लोगों को जहर बांटा जा रहा है। नरवाना के डिपो होल्डरों में समस्या को लेकर रोष है और सभी डिपो धारक घटिया गेहूं लेने में सहमत नही है। कई दिन पहले भी एसडीएम को ज्ञापन सौपा गया था। उन्होने बताया कि डीएफएससी सुरेन्द्र सैनी इस मामले में कोई संज्ञान नही ले रहे और कई बार संपर्क करने के बाद भी कोई समाधान नही निकल रहा। उन्होने बताया कि इसके अलावा क्षेत्र के डीपू होल्डरों को दो साल से भेजा जाना वाले राशन का तोल सही नहीं था। जिस कारण डीपू होल्डरों को लाखों रूपये का नुकसान हुआ है। डीपू होल्डरों को दूषित अनाज की सप्लाई होने के कारण लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है।
चैकिंग के बहाने अवैध रूप से पैसों की डिमांड की जाती है- गुरमेल
डिपो एसोसिएसन के उपप्रधान गुरमेल सिंह ने बताया कि ज्यों ही आरओ उठने की सूचना मिली तो मौके पर आकर गेहूं जांचा गया। जो कि बिल्कूल गला-सड़ा गेहूं था। जिसको लेकर डिपो धारकों में रोष है। उन्होने आरोप लगाया कि जान बुझकर गेहूं की बोरियों पर पानी का छिड़काव किया जाता है। डीएफएससी ने भी इस मामले पर कोई संज्ञान नही ले रहे। गुरमेल ने बताया कि नमी से बोरियों का वजन ज्यादा किया जाता है और कुछ दिनों के बाद बोरियों का वजन कम हो जाता है। जिससे डिपो धारकों को भी नुक्सान होता है। विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि चैकिंग के बहाने अवैध रूप से पैसों की डिमांड की जाती है। उन्होने कहा कि सभी डिपो होल्डरों की मांग है कि पूरा वजन व साफ उच्च क्वालिटी का सामान मिले ताकि आमजन को भी कोई दिक्कत ना हो।
बॉक्स
फूड सप्लाई इंसपेक्टर टहल सिंह ने कहा कि डिपो होल्डरों का आरोप है कि डीएफएससी द्वारा नाजायज चैकिंग करके सप्लाई बंद की जाती है। इस बारे कई बार डिपो धारक एकत्रित हो चुके हैं। तेज तूफान और बारिश के कारण गेहूं भीगा है। कई तरपाल तूफान में उड़ गए और एक चौकीदार को चोट भी लगी है। जिस टेग से राशन चाहिए, वही से डिपो होल्डरों को राशन दिया जाएगा। डिपो पर राशन कम व खराब जाने की शिकायत गलत है। नीचली लेयर में कुछ गेहूं खराब है, उसे साफ किया जाता है।
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