समस्या का समाधान नहीं हुआ तो करेंगे जामनी चौंक जाम
सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: सफीदों उपमंडल के गांव कालवा में स्थापित एक हैचरी से निकलने वाली गंदगी से गांव के कुछ किसान बेहद परेशान है। किसानों ने सरकार व प्रशासन से समस्या के तत्काल समाधान की गुहार लगाई है। गांव के एक किसान रणजीत का तो यहां तक कहना है कि उसके घर के पास बनी इस हैचरी की गंदगी से ग्रस्त होकर उसकी मां की मौत तक हो चुकी है। उसकी पत्नी गर्भवती है और उसे भय है कि कहीं उसकी गर्भवती पत्नी व पेट में पल रहे बच्चे को कोई दिक्कत ना हो जाए, इसको लेकर उसने अपनी गर्भवती पत्नी और अपने दोनों छोटे-छोटे बच्चों को अपनी रिश्तेदारी में भेज दिया है।
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किसान रणजीत, बिजेंद्र, सतीश, राजा, पाला, मनोज, धर्मबीर, पप्पू, सतीश, आनंद, मुकेश, उमेद, रणबीर, धीरा व सावित्री ने बताया कि पिछले लगभग अढ़ाई साल से वो सफीदों प्रशासन से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक गांव की इस गंभीर समस्या से अवगत करवा चुका है लेकिन कहीं पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। किसान का कहना है कि प्रशाशन की मिलीभगत के चलते हैचरी मालिक के हौंसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें आए दिन धमकियां भी मिल रही है। उनका कहना है कि हैचरी के मुर्गों को अपना शिकार बनाने के चक्कर में गांव के आवारा कुत्ते भी मांसाहारी बन चुके हैं और ये कुत्ते उन्हें और उनके छोटे-छोटे बच्चों को भी अपना शिकार बना रहे हैं। हैचरी की गंदगी से आसपास का सारा वातावरण दूषित हो चुका है तथा गंभीर बीमारियां फैलने का अंदेशा बना हुआ है। हैचरी की गंदगी व आवारा कुम्त्तों के कारण उनकी जान बुरी तरह से जोखिम में है। किसानों का साफतौर पर कहना था कि अगर जल्द ही उनकी समस्या प्रशासन या सरकार द्वारा कोई समाधान नहीं किया तो वे पिल्लूखेड़ा-जामनी चौंक पर जाम लगाने को मजबूर होंगे जिसकी पूरी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी।
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