सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना नगरपरिषद के चेयरमैन की कुर्सी पिछले 9 महीनों से खाली पड़ी थी। जिस कारण शहर में विकास के कार्यों पर रोक लगी हुई थी। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में नगरपरिषद के चेयरमैन की कुर्सी पर विराजमान होने के लिए पार्षद जोड़-तोड़ कर रहे थे। विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने जननायक जनता पार्टी समर्थित वार्ड नं 21 से कृष्ण मोर को चेयरमैन का उम्मीदवार घोषित किया हुआ था, तो भाजपा समर्थित वार्ड नं 4 से सुनीता चोपड़ा चेयरमैन की कुर्सी हथियाने के लिए मेहनत कर रही थी। लेकिन वहीं भाजपा-जजपा की गठबंधन की सरकार बनी हुई है, तो ऐसे में एक पार्टी का उम्मीदवार ही प्रधान पद की कुर्सी पर काबिज हो सकता था। इसके लिए जेजेपी और भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने अपने-अपने आकाओं से संपर्क साधा। इसी बीच जेजेपी समर्थित उम्मीदवार कृष्ण मोर को सरकारी जमीन से संबंधित केस में एसीएस ने निलंबन जारी रखा, तो भाजपा की उम्मीदवार सुनीता चोपड़ा की दावेदारी मजबूत हो गई। जिसके बाद सुनीता चोपड़ा को निर्विरोध कुर्सी पर बैठाने के लिए पार्षदों से संपर्क साधा, तो 22 पार्षदों में से 17 ने सुनीता चोपड़ा के पक्ष में हामी भरी और कांग्रेस समर्थित राजू प्रजापत को वाइस चेयरमैन बनाया का फैसला लिया।
5 पार्षद नहीं पहुंचे वोट डालने
नगरपरिषद के चेयरमैन व वाइस चेयरमैन का चुनाव करवाने के लिए 10 जुलाई का दिन मुकर्रर किया हुआ था, तो राजीव गांधी पॉलिटेक्निक कॉलेज में 11 बजे चुनाव से पहले ही पार्षद पहुंचना शुरू हो गये थे। लेकिन 5 पार्षदों ने चुनाव से अपने आपको किनारा कर दिया। जिसमें से वार्ड नं 8 से श्वेता सिंहमार, वार्ड नं 10 से अंजलि गुप्ता, वार्ड नं 11 से सुरेश पप्पू, वार्ड नं 14 से सुमन, वार्ड नं 15 से अमरजीत बबूल वोट डालने नहीं पहुंचे। इसके अतिरिक्त वार्ड नं 21 से कृष्ण मोर निलंबित होने के कारण वोट नहीं डाल सकते थे। वहीं नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने भी अपने आपको चुनाव से दूर रखा।
सांसद सुनीता दुग्गल ने गठबंधन की बताई जीत
चेयरमैन की कुर्सी के चुनाव के लिए सांसद सुनीता दुग्गल वोट डालने के लिए पहुंची थी। लेकिन 22 पार्षदों में से पहुंचे 17 पार्षदों ने वोट न करवाने की बजाय निर्विरोध रूप से वार्ड नं 4 से पार्षद सुनीता चोपड़ा को चेयरमैन चुन लिया गया था, तो वार्ड नं 9 से राजू प्रजापत को वाइस चेयरमैन। जिसके बाद सांसद का वोट नहीं पड़ सका। सांसद सुनीता दुग्गल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार होने के नाते गठबंधन का चेयरमैन बनना लाजिमी था। इसके लिए सभी पार्षद बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने शहर के विकास के लिए सुनीता चोपड़ा को चेयरमैन बनाया। उन्होंने कहा कि शहर के विकास के लिए सभी वार्डों में समान रूप से विकास किया जायेगा।
चेयरमैन की कुर्सी के लिए रातों-रात पासा पलटा
नगरपरिषद के प्रधान के चुनाव के लिए जहां गुरुवार सांय तक वार्ड 21 से जेजेपी समर्थित प्रत्याशी कृष्ण मोर का नाम जोरों से चल रहा था, वहीं विभाग द्वारा हाईकोर्ट के निलंबन पर 15 दिन के स्टे के आदेशों पर कार्यवाही की पुष्टि में कृष्ण मोर को निलंबित ठहरा दिया। तब के बाद प्रधान चुने जाने के रातों-रात समीकरण ही बदल गए। इस पर बीजेपी-जेजेपी के गठबन्धन का लाभ वार्ड 4 से पार्षद बीजेपी समर्थित सुनीता चौपड़ा को मिल गया और वह निर्विरोध चेयरपर्सन चुन ली गई। दूसरी तरफ, रणदीप सुरजेवाला समर्थक वार्ड 9 से दोबारा पार्षद बने राजू प्रजापति को भी निर्विरोध उपप्रधान बनाए जाने पर कांग्रेस समर्थित पार्षदों की चांदी बन गई। जिसके लिए पूर्व प्रधान व पार्षद कैलाश सिंगला की पहले से कही गई बात सच साबित हुई कि प्रधान कोई भी बने, लेकिन वह बनेगा रणदीप सुरजेवाला के समर्थन से। कांग्रेस समर्थित नव चयनित उपप्रधान राजू ने बताया कि वह नरवाना के विकास के लिए पार्षद बन कर ही काम करेंगे और सभी पार्षदों को साथ लेकर चलेंगे। इस चुनाव के बाद लगा कि चाहे इसे गठबन्धन सरकार की मजबूरियां कहो या और कुछ, जेजेपी समर्थक पार्षदों के चेहरे पर खुशी की बजाए निराशा की लकीर देखी गई। लेकिन किन्हीं कारणों से चुनाव से दूर रहे विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने नव निर्वाचित चेयरपर्सन सुनीता चौपड़ा और उप चेयरमैन राजू प्रजापिता को बधाई दी।
नप चुनाव में भाजपा का वर्चस्व रहा कायम
नगर परिषद के चेयरमैन के चुनाव में में आखिरकार भाजपा अपना वर्चस्व कायम करने में कामयाब रही है। शुक्रवार को नगर परिषद का चुनाव संपन्न हुआ तो उसमें भाजपा समर्थित वार्ड नंबर 4 से पार्षद सुनीता चौपड़ा सर्वसम्मति से अध्यक्ष मनोनित की गई। नगर परिषद नरवाना के इस अहम चुनाव में अहम किरदार जींद के भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा ने निभाया। बाकायदा मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा को अहम जिम्मेवारी सौंपी थी। उन्होंने यह जिम्मेवारी बखूबी निभाई और कल तक दो गुटों में बंटे पार्षदों को एक करने का काम किया। वीरवार रात तक नरवाना में पार्षदों की स्थित 13-11 थी। विधायक ने अपनी राजनीतिक सोच के अनुरूप इस स्थिति को बदलने का काम किया और देर रात तक इस स्थिति को 17 तक पहुंचा दिया। उनकी यह मेहनत रंग लाई और शुक्रवार को नरवाना नगर परिषद की अध्यक्ष पद को लेकर सर्वसम्मति बन गई। जिस पर 17 पार्षद मौके पर मौजूद रहे और सुनीता चौपड़ा को सर्वसम्मति से नगर परिषद का अध्यक्ष चुन लिया गया। इसके अलावा वार्ड नंबर नौ के पार्षद राजकुमार को उप प्रधान मनोनित किया गया। विरोधी खेमा तो इस कदर पस्त हुआ कि वो अपना उम्मीद्वार भी चुनाव मैदान में उतारने का हौंसला नहीं कर पाया।
Aluminium recovery center Aluminium processing plant Scrap metal export