सत्य खबर, पलवल, मुकेश बघेल
पलवल जिले के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी आजकल विभागीय अनियमितताओं और अपने खराब आचरण के कारण जहां चर्चित हैं वहीं विभागीय जांच के घेरे में भी हैं। जिले के उपायुक्त उनकी जांच देख रहे हैं। इसमें प्रमुख बात ये है कि उनके कार्यकलापों, आर्थिक अनियमितताओं के चलते उनसे (सूचना के अधिकार) के अंतर्गत सूचना के माध्यम से जवाब तलब किया गया है। उनके गलत कार्यकलापों के कारण फरीदाबाद के प्रमुख आरटीआई एक्टिविस्ट रविंद्र चावला, पलवल के अमरचंद शर्मा ने उक्त अधिकारी से सूचना के माध्यम से जवाब मांगा और उनके बारे में जानकारी जुटाई है। जिसमें अधिकारी ने कुछ का जवाब दिया है और कुछ गोलमोल भी किया है।
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उक्त अधिकारी सुरेंद्र बजाड़ से कार्यालय बजट के खर्चे के लिए जवाब मांगा गया, मकान भत्ते को लेकर सवाल किया गया, विभाग की सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग को लेकर सवाल किया गया है। ये सूचना जिले के ही निवासी अमरचंद शर्मा ने मांगे, जिस पर जवाब तो मिले, लेकिन संतोषप्रद नहीं। जिले के पत्रकार मुकेश बघेल ने भी उनके खिलाफ दुर्व्यवहार, गुटबाजी के लिए विभाग से शिकायत की है और उनके तुरंत प्रभाव से तबादले और विभागीय जांच की मांग उठाई थी जिस पर अमल हो रहा है और उनकी उच्च स्तरीय जांच हो रही है। तो वहीं पत्रकार मुकेश बघेल के इस न्याय युद्ध में उनके साथ कई स्थानीय पत्रकार लामबंद हो गए हैं। बता दें कि सरकारी कार्यक्रमों की एडवाइजरी जारी करने, और पत्रकारों की कवरेज रोकने पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 2017 व 18 में एक्शन लेते हुए तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। लेकिन किसी तरह इस अधिकारी ने अपनी बहाली ले ली थी। अब देखने वाली बात यह है कि इतनी शिकायतों के बाद भी इस भ्रष्टाचारी अधिकारी पर विभागीय कार्यवाई की गाज कब गिरती है।
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