Pakistan Election: इमरान खान के हाथ से निकली प्रधानमंत्री की कुर्सी! आगे क्या हैं रास्ते?
Pakistan Election: Prime Minister’s chair out of Imran Khan’s hands! What are the paths ahead?
सत्य खबर/नई दिल्ली:
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान की उम्मीदवारी को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. इमरान खान पिछले अगस्त से जेल में हैं. उन पर कई मामलों के तहत मुकदमा चल रहा है. तब चुनाव आयोग ने उनके पांच साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी. अपनी उम्मीदवारी खारिज होने के बाद पीटीआई नेताओं ने चुनाव आयोग की आलोचना की है.
कराची पीटीआई के अध्यक्ष खुर्रम शेर जमान ने इसके लिए नवाज शरीफ को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, लाहौर और मियांवाली से इमरान खान का नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया है, लेकिन हम अदालत जाएंगे. यह आश्चर्य की बात है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध के बावजूद नवाज शरीफ का नामांकन स्वीकार कर लिया गया।
पार्टी के कई नेताओं के नामांकन रद्द
इमरान खान की पार्टी पीटीआई के कई नेताओं के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं. इसमें पेशावर सीट से पाकिस्तानी संसद के पूर्व स्पीकर असद कैसर और मुराद सईद का नामांकन रद्द कर दिया गया. साहिबजादा सिगबतुल्लाह, डॉ. अमजद खान, फजल हकीम खान, मियां शराफत और सलीम उर रहमान का नामांकन भी रद्द कर दिया गया है.
पीटीआई ने एक्स पर आरोप लगाया, ”इमरान खान समेत पीटीआई के अहम नेताओं के करीब 90 फीसदी नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए, जबकि अन्य पार्टियों के 100 फीसदी नामांकन पत्र स्वीकार कर लिए गए.” पार्टी ने लिखा, ”आरओ, पुलिस, कार्यवाहक सरकार और चुनाव आयोग ने पहले चरण के चुनाव में नवाज शरीफ के लिए सुविधा प्रदाता की भूमिका निभाई है। यह बेहद शर्मनाक है कि नवाज शरीफ की सुविधा के लिए 25 करोड़ लोगों का भविष्य कैसे खतरे में डाला जा रहा है।” ” खतरे में डाला जा रहा है।”
चुनाव आयोग पर क्या आरोप लग रहे हैं?
पीटीआई समेत कई अन्य पार्टियां भी पाकिस्तान चुनाव आयोग पर आरोप लगा रही हैं. पीटीई के अलावा, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) के अध्यक्ष सरदार अख्तर मेंगल और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के नेताओं फहमीदा मिर्जा और जुल्फिकार मिर्जा के नामांकन भी खारिज कर दिए गए। अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख रशीद ने भी NA-56 और NA-57 के लिए नामांकन दाखिल किया था लेकिन दोनों सीटों से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया था।
खुर्रम शेर जमान ने पाकिस्तान चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा, नामांकन खारिज होना चुनाव आयोग के पक्षपातपूर्ण रवैये को दर्शाता है. इस बीच चुनाव आयोग द्वारा नामांकन खारिज किए जाने पर पीटीआई महासचिव ने कहा कि यह राजनीति से प्रेरित फैसला है.
विकल्प क्या हैं?
सवाल ये है कि इमरान खान समेत कई नेताओं का नामांकन क्यों रद्द किया गया. इमरान खान के मामले की बात करें तो 21 दिसंबर को लाहौर हाई कोर्ट ने इमरान की चुनाव लड़ने की अयोग्यता को निलंबित करने से इनकार कर दिया था. हालांकि, एक दिन बाद पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने देश की गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में इमरान खान को जमानत दे दी थी. लेकिन इसके बावजूद चुनाव आयोग ने उनका नामांकन रद्द कर दिया था.
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने देश की गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले में 22 दिसंबर को इमरान खान को जमानत दे दी थी. हालांकि, इससे एक दिन पहले (21 दिसंबर) हाई कोर्ट ने चुनाव लड़ने के लिए उनकी अयोग्यता को निलंबित करने से इनकार कर दिया था. माना जा रहा है कि अब पीटीई नेता सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। कई नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट जाने की भी बात कही है. पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को राहत दी है, इसलिए पीटीआई नेताओं की आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट ही है.