दिल्ली-अंबाला का रेल रूट होगा फोर लेन, इन 15 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
केंद्रीय रेल मंत्रालय ने हरियाणा को बड़ी राहत दी है। दिल्ली-अंबाला रेल कॉरिडोर पर बढ़ते लोड को देखे हुए रेल मत्रालय ने मौजूदा 2 ट्रैक वाली प्रणाली को फोरनेल वाले कॉरिडोर में अपग्रेड कनरे की योजना पर काम शुरु हो गया है।
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केंद्रीय रेल मंत्रालय ने हरियाणा को बड़ी राहत दी है। दिल्ली-अंबाला रेल कॉरिडोर पर बढ़ते लोड को देखे हुए रेल मत्रालय ने मौजूदा 2 ट्रैक वाली प्रणाली को फोरनेल वाले कॉरिडोर में अपग्रेड कनरे की योजना पर काम शुरु हो गया है।
रेलवे अधिकारियों ने इस परियोजना के विवरण पर चर्चा करने के लिए पानीपत और सोनीपत में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ उपायुक्तों की अध्यक्षता में मीटिंग की । इस परियोजना को 4 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
अभी दिल्ली से अंबाला रेलवे ट्रैक पर दो लाइन
फिलहाल दिल्ली से अंबाला रेलवे ट्रैक दो लाइन हैं। लेकिन अब इस रेल कॉरिडोर पर ट्रेनों का लोड बढ़ता जा रहा है। इसलिए रेल मंत्रालय ने दिल्ली से अंबाला तक 193.6 km के कॉरिडोर का विस्तार करने का फैसला लिया है।
इस परियोजना में मार्ग के साथ 32 रेलवे स्टेशनों पर विकास कार्य शामिल किया जाएगा। इस पर कुल लागत 7,074 करोड़ रुपए आए हैं। इस प्रोजेक्ट को अगले 4 सालों के अंदर पूरा होने का लक्ष्य तय किया गया है।
11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा
इस परियोजना का विस्तार करने के लिए 15 गांवों से 11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा। इसमें समालखा डिवीजन के 8 गांव और पानीपत के 7 गांव शामिल है। इसके लिए जमीन मालिकों को उचित मुआवजा भी दिया जाएगा। इस परियोजना के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें 80 हेक्टेयर भूमि निजी है, जबकि 5 हेक्टेयर भूमि सरकारी है।