Child dies after falling into pit dug in drain
सत्य खबर, सोनीपत,राम सिंहमार। सोनीपत की ड्रेन छह को पक्का करने के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरने से हुई मौत के मामले में मीडिया को कुछ वीडियो उपलब्ध कराए गए हैं…वीडियो में एजेंसी प्रतिनिधी सहानुभूति जताने पीड़ित परिवार के पास पहुंचे तो गलती स्वीकारने की बजाए असंवेदनशीलता की हदें पार कर दी…जो बातचीत के दौरान बच्चे के परिवार को ही घेरने में जुट गए। प्रतिनिधियों ने यहां तक कह दिया कोई दीवार में टक्कर मारेगा तो इसका क्या इलाज है। यानी उनका कहना था कि मासूम बच्चे को ही इस बात का ख्याल रखना चाहिए था कि वहां खतरा है। एजेंसी प्रतिनिधियों की इस असंवेदनशील बातचीत को नगर निगम अधिकारी चुपचाप सुनते रहे। वहीं बगल में बैठे जनप्रतिनिधि भी एजेंसी प्रतिनिधियों की हां में हां मिलाते रहे। इस पूरे वाक्ये की वीडियो वायरल हो रही है
वीडियो में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि एक कांग्रेस पार्टी से जुड़े एक जनप्रतिनिधि बच्चे के पिता को इस तरह समझा रहा है जैसे वो तुरंत ही इस पूरे मामले को रफा-दफा करवा देना चाहता है। खुद को 25 साल से राजनीति में होने के साथ ही नियम कानून में पड़ने के नफे नुकसान भी बच्चे के पिता नंदूलाल को समझा रहे हैं।Child dies after falling into pit dug in drain
पीड़ित परिवार से रोहतक से मिलने पहुंचे एजेंसी प्रतिनिधियों का रवैया ऐसा है कि वो टेंडर लेकर नगर निगम पर ही अहसान कर रहे हो। एजेंसी प्रतिनिधि ने कहा कि डेढ़ साल का काम तीन साल में भी नहीं हो पाया है। आगे भी शायद डेढ़ साल लगे और पूरा भी भी ना हो। इस पर भी अधिकारी चुप्पी ही साधे रहे….साथ बैठे अधिकारी की जुबान पर ताला लगा रहा…एक लफ्ज़ तक नहीं निकाल पाए…वायरल वीडियो में हर कोई बच्चे के पिता को ही हादसे का दोष देता नजर आ रहा है
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वहीं मृतक बच्चे की मां पार्वती ने हाथ जोड़ रोते हुए कहा कि वो मजदूरी करते हैं…और उनका सब कूछ लूट गया है…उनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है…बस उन्हें इंसाफ चाहिए..
नगर निगम के अधिकारी अशोक रावत से मीडिया ने इस मामले को लेकर बात की तो वो भी मृतक बच्चे के मां बाप को ही कोसते ही नजर आए…तो साथ ही ड्रेन के कार्य के दौरान कोई सांकेतिक बॉर्ड ना लगाने को लेकर भी मं बाप को ही दोषी ठहरा दिया…एजेंसी पर भी लापरवाही को लेकर नियम के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।Child dies after falling into pit dug in drain
बता दें कि ड्रेन छह को पक्का करने का कार्य कर रही गावड़ कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा ड्रेन में खोदे गए गड्ढे में गिरने से रविवार को शिव कॉलोनी में रहने वाले पांच साल के बच्चे की मौत हो गई थी… एजेंसी की लापरवाही से एक परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया। पवन सिंह चार बहनों का इकलौता भाई था। बच्चा अपनी बहन के साथ ड्रेन के पास से कॉलोनी के मुख्य रास्ते से गुजर रहा था। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और गहरे गड्ढे में गिर गया। उसकी बहन चिल्लाने लगी तो पास से गुजर रहे अधेड़ ने पानी में छलांग लगा दी। मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया, तब बच्चे की सांस चल रही थी। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया..बहरहल ये कहना गलत नहीं होगा कि इंसानियत भी कई बार इस कदर खत्म हो जाती है, कि जिस मां की आंखों के आंसू सूख नहीं रहे हो, वहां नगर निगम और गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी की असंवेदनशीलता ये बयान कर रही है कि उनके लिए बच्चे की मौत मायने नहीं रखती..
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