हरियाणा को नहीं मिला उसके हिस्से का पानी -किसान नेता सुरेश कोथ
चंडीगढ़।
भारतीय किसान मजदूर यूनियन (बीकेएमयू) के प्रधान सुरेश कोथ ने कहा कि एक ओर जहां पंजाब के किसान नेता हरियाणा से भाईचारे की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर वे हरियाणा के हिस्से का पानी छीनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब यह मुद्दा हरियाणा के किसानों की इज्जत का बन गया है और हम अपना हक नहीं छोड़ेंगे।
कोथ ने कहा कि हरियाणा को उसके हिस्से का पानी अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि हरियाणा और केंद्र सरकार एसवाईएल के मुद्दे पर चुप हैं, जबकि पंजाब के किसान नेता अपनी सरकार से पानी के समझौते को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने पंजाब के नेताओं की इस मांग पर गहरी नाराजगी जताई है।
उन्होंने बताया कि भारतीय किसान मजदूर यूनियन (बीकेएमयू) ने 17 अगस्त को भिवानी सचिवालय में अपनी मांगों को लेकर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इस संबंध में भिवानी जिले के विभिन्न गांवों का दौरा करते हुए किसानों को इस प्रदर्शन में भाग लेने का आह्वान किया गया है।
सुरेश कोथ ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने अब तक किसानों के कई महत्वपूर्ण मुद्दों को हल नहीं किया है। उन्होंने विशेष रूप से ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने और किसान आंदोलन में किसानों पर दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस लेने की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से यह भी मांग है कि किसानों को उनके केसीसी समेत सभी कर्जों से भी मुक्ति दिलवाई जाए।
खरीफ की फसलों पर बोनस की सराहना
हरियाणा सरकार द्वारा खरीफ की फसलों पर ₹2000 प्रति एकड़ बोनस देने की घोषणा का स्वागत करते हुए सुरेश कोथ ने इसे एक सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस बार मौसम की मार झेल रहे किसानों को इस बोनस से कुछ राहत मिलेगी।
इस मौके पर यूनियन के जिला प्रधान होशियार सिंह जताई, राज्य कार्यकारिणी सदस्य कुलदीप धनाना और प्रदेश प्रवक्ता राकेश आर्य सहित अन्य महत्वपूर्ण सदस्य भी उपस्थित रहे।