🚨 सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने चंडीगढ़ में तोशाम क्षेत्र की बरसाती पानी निकासी व्यवस्था की व्यापक समीक्षा की! 💧 बरसात के मौसम से पहले ही तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ अहम बैठक।
🚨 सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने चंडीगढ़ में तोशाम क्षेत्र की बरसाती पानी निकासी व्यवस्था की व्यापक समीक्षा की! 💧 बरसात के मौसम से पहले ही तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ अहम बैठक।

Satya Khabar Bhiwani
भिवानी/तोशाम,14 दिसंबर। प्रदेश की सिंचाई तथा जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी की अध्यक्षता में सिंचाई, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी तथा लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़क) के अधिकारियों की चंडीगढ़ में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में तोशाम खंड के विकास एवं बाढ़ राहत कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में श्रुति चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए की तोशाम में चल रही विकास कार्यों में तेजी लाई जाए। इसके साथ ही तोशाम में जल भराव से प्रभावित क्षेत्र में जमा बरसात पानी की निकासी अतिशीघ्र की जाए।

मंत्री श्रुति चौधरी ने ली लोक निर्माण आयोग की बैठक
अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए श्रुति चौधरी ने कहा कि तोशाम क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के कारण, बाढ़ के पानी का कोई प्राकृतिक निकासी नहीं है, और जल निकासी विशेष रूप से भिवानी-घग्गर ड्रेन के माध्यम से की जाती है। बताया गया कि वर्ष 2024 के दौरान तोशाम ब्लॉक का कोई भी गांव बाढ़ से प्रभावित नहीं हुआ था। हालांकि, वर्ष 2025 के दौरान, 09 सितंबर तक 10 गांवों में 3,525 एकड़ भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई थी, जिसमें 2 से 2.5 फीट तक जलभराव था।

विकास एवं बाढ़ राहत कार्यों को लेकर हुई चर्चा।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिंचाई विभाग के निरंतर प्रयासों से बाढ़ के पानी को प्रभावित क्षेत्रों से काफी हद तक हटा दिया गया है, और 12 दिसंबर तक तीन गांवों में केवल 65 एकड़ भूमि प्रभावित रही अर्थात् गांव रिवासा में 05 एकड़, गांव डांग़ कलां में 20 एकड़, और गांव सांगबान में 40 एकड़। शेष 65 एकड़ से बाढ़ का पानी भी आज यानी जल्द निकल जाएगा।

बाढ़ के पानी प्रभावित क्षेत्रो से काफ़ी हद तक पा लिया काबू
अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर 2024 से 31 मार्च 2025 की अवधि के दौरान गांव दांग कलां, भानगढ़, मानसरवास, सिमलीवास, लेघां भानान, लोहानी, ढाणी शंकर, लहलहाना, गोलागढ़, आसलबास, जुई खुर्द आदि में बाढ़ से संबंधित कार्यों पर 19.05 करोड़ रुपए की राशि व्यय की गई। इसके अतिरिक्त गांव जुई कलां, जुई बिचली. चंदावास, ढांगर, ढाब ढाणी, बिजलानावास, कैरू, खापरवास, बापोरा तथा आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ से संबंधित कार्यों पर 36.85 रुपए करोड़ की राशि खर्च की गई।

मंत्री को दिया राहत कार्यों में खर्च राशि का ब्यौरा
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने श्रुति चौधरी को बताया कि 155.90 करोड़ रुपए की लागत से संबंधित 61 कार्यों में से 42 विकास कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं, 13 कार्य 31 मार्च 2026 तक पूर्ण कर लिए जाएंगे तथा 6 कार्य अगले वर्ष आरंभ किए जाएंगे।
लोक निर्माण विभाग (बी एंड आर) के अधिकारियों ने अवगत कराया कि बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है।

मंत्री श्रुति चौधरी ने दिए कार्य में तेजी के आदेश
वहीं श्रुति चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए गए सड़कों के नाम निर्माण में अन्य विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए विकास कार्यों में तेजी लाई जाए। समीक्षा बैठक में सिंचाई और लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारी, वरिष्ठ भाजपा नेता एडवोकेट हरि सिंह सांगवान और प्रदीप गोलागढ़ भी मौजूद रहे।