सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
गुरुग्राम नगर निगम में बैठे लापरवाह अधिकारी आम जनता की समस्याओं को लेकर कितने गंभीर है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आए दिन सड़क जाम, जल भराव, सीवर ओवर फ्लोर और गंदगी की समस्याएं अखबारों की सुर्खियां बन रही। जिससे क्षेत्र वासियों का जीना मुहाल हो रहा है। जिससे निगम क्षेत्र वासी भली-भांति परिचित है। लेकिन फिर भी निगम में बैठे लापरवाह अधिकारी कभी-कभार उच्च अधिकार की डांट फटकार के डर से वर्षों से पड़े अधूरे कामों को भी मन मार कर देते हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला नगर निगम जॉन 2 के अंतर्गत आने वाले एनफोर्समेंट टू शाखा का सामने आया है
जिसमें एनफोर्समेंट विंग के एसडीओ संजोग शर्मा ने एसडीएम रविंद्र यादव की फटकार के डर से गांव मोलाहेडा वार्ड 3 के बीजेपी के पार्षद रहे रविंद्र के चहेते मलकान को करीब 1 वर्ष बाद अवैध निर्माण करने का नोटिस आधा अधूरा भेज दिया है। जिसकी शिकायती भी पहले निगम अधिकारियों ने दबा कर रखी हुई थी। जिसका मौका देखकर भी जेई राहुल व लक्ष्मण कई दफा जा चुके हैं। नोटिस में भी जानबूझकर कई कमियां छोड़ दी गई है। इसके अतिरिक्त भी पता नहीं गांव के कितने नोटिस मोटा सुविधा के चलते दबे हुए निगम अधिकारियों की फाइलों में धूल चाट रहे हैं।
जिनका मामला जल्दी ही जनता के सामने उजागर होगा। जब मामला उपायुक्त महोदय के संज्ञान में आया तो उन्होंने जांच के लिए एसडीएम को शिकायत रेफर कर दी थी। जिसमें गांव के गंगाराम पुत्र रतनलाल ने भी एक बिना तथ्यों के फर्जी शिकायत उपायुक्त कार्यालय में दी थी। जिसमें उन्होंने बिना कोई सबूत दिए अवैध कब्जे की शिकायत दी है। जिसकी सुनवाई बीते शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय में हुई। सुनवाई के दौरान एसडीएम महोदय ने जहां शिकायतकर्ता को गलत तरीके से शिकायत देने पर मौखिक नसीहत दी जिससे शिकायतकर्ता के हाथ पैर फूल गए।
वहीं टेलीफोन पर एसडीओ संजोग शर्मा को कड़ी फटकार लगाते हुए अगली तारीख पर तथ्यों सहित पेश होने का आदेश दिया। जिसको लेकर एनफोर्समेंट विंग में हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि एनफोर्समेंट विंग में पिछले करीब 2 सालों में अवैध निर्माण, अवैध कब्जे की सैकड़ो शिकायतें फाइलों में दबी पड़ी है,
जिनको भ्रष्टाचार और लापरवाही मिली भगत के कारण अधिकारियों ने दबा कर रखा हुआ है। जिनकी आरटीआई से सूचना मांगने पर भी खानापूर्ति कर दी जा रही है। मोलाहेडा के ग्रामीण अजीत सिंह, बिजेंद्र कुमार, सतीश कुमार व नरेन्द्र ने बताया कि गांव में इन दिनों हर तरफ अवैध निर्माण जोरो से चल रहे हैं। जिनकी शिकायत भी निगम अधिकारियों को की जा चुकी है। मगर मिली भगत के कारण निगम अधिकारी जानबूझकर मौन बने हुए हैं।
बता दें कि गंगाराम वही ग्रामीण है जिन्होंने कई फर्जी शिकायत अशोक कुमार वगैरा के खिलाफ निगम अधिकारी और सीएम विंडो पर भी लगाई थी जिसमें सीएम विंडो भी कह चुका है कि इन पर कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। वही बताया गया है कि इनका गांव के भाजपा पार्षद रविंद्र व सीएम के ओएसडी की शय भी मिली हुई है।