सत्य खबर । गोहाना
एक साल में बरोदा विधानसभा क्षेत्र से दूसरी हार झेलने वाले भाजपा प्रत्याशी और ओलिम्पियन पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि हममें कुछ तो कमी जरूर रही होगी जो लोगों ने हमें स्वीकार नहीं किया। बिट्स मोहाना के मतगणना कक्ष से बाहर आने के बाद योगेश्वर बेहद मायूस लगे। अक्टूबर, 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार बरोदा सीट से किस्मत आजमाई थी। तब वह कांग्रेस प्रत्याशी श्रीकृष्ण हुड्डा से हार गए थे।
बरोदा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर दत्त की हार पर ओपी धनखड़ ने कह दी इतनी बड़ी बात
हुड्डा के निधन से खाली हुई सीट पर उप-चुनाव हुआ तो भाजपा ने उन्हें दूसरा मौका दिया लेकिन इस बार भी भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया। वोटों की गिनती से पहले योगेश्वर ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा था- खेल मेरी जिन्दगी है। उप-चुनाव में हार के बाद इस पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि मैं आज जो भी हूं,खेल की बदौलत हूं। मैं जब तक जिन्दा रहूंगा, खेल मेरी जिन्दगी का हिस्सा बने रहेंगे।उन्होंने यह भी कहा कि हार क्यों हुई, इसकी वजहों पर निश्चित रूप से विचार होगा।
योगेश्वर ने इंदुराज नरवाल को दी जीत की बधाई
भाजपा-जजपा प्रत्याशी पहलवान योगेश्वर दत्त ने हार को स्वीकार करते हुए इंदुराज को जीत की बधाई दी है। उन्होंने टिवट करते हुए लिखा कि बरोदा हलके का जनादेश स्वीकार करता हूं व भाई इंदुराज को जीत की बधाई देता हूं। अपनी माटी और देश के लिए मैं हर उस मोड़ पर आप सभी के साथ खड़ा हूं जहां जहां मेरे साथ की जरूरत होगी। साथ देने के लिए एक बार फिर सभी का धन्यवाद और आभार।
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