सत्य खबर, मुकेश बघेल, पलवल
आजादी 75वें अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में गांव मंडकोला स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में मंगलवार को किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी के अन्र्तगत किसान मेले का आयोजन किया गया। किसान मेले में विधायक हथीन प्रवीण डागर के भाई सतीश कुमार डागर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर मेले का शुभारंभ किया।
किसान मेले के मुख्य संयोजक देवेन्द्र पाठक, कृषि उपनिदेशक डा. पवन कुमार शर्मा, नूंह के कृषि उपनिदेशक डा. प्रताप सिंह, सहायक कृषि अभियन्ता अमिन, महावीर मालिक सहित अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों ने भाग लेकर मेले में आए लोगों को कृषि एंव किसान कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमो की जानकारी प्रदान की। पलवल के सहायक कृषि अभियंता अमिन द्वारा कृषि मशीनीकरण में विभिन्न गतिविधियों और कृषि के पहलुओं पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर सहायक कृषि अभियन्ता पलवल के कार्यालय द्वारा अलग-अलग कृषि यन्त्रो की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसके अलावा कृषि विभाग द्वारा जिला पलवल के गांव अंधोप, धतीर व सोलडा गांव में किसान भागीदारी-प्राथमिकता हमारी के अन्र्तगत फसल बीमा की विशेषताओ के साथ-साथ आने वाली समस्याओ के बारे में पाठशाला का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया गया।
खेतों में पिछले एक अरसे से रासायनिक खादों व कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग करके किसान न केवल अपनी धरती मां की सेहत खराब कर रहे हैं, बल्कि मानव के साथ-साथ अन्य जीव-जंतुओं के जीवन से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। इसी कारण से आज अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होकर लोग अस्पतालों में इलाज के लिए भटक रहे हैं, जिससे हमारे समय और धन की बर्बादी हो रही है। संपूर्ण जीव-जगत के स्वास्थ्य का जिम्मा अन्नदाता पर है, इसलिए किसान पर अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ सभी के स्वास्थ्य का जिम्मा भी है।
इसलिए किसानों को मानव व अन्य जीव-जगत के कल्याण हेतु वापस जैविक खेती की ओर लौटना होगा। यह बात वरिष्ठ समाजसेवी व अधिवक्ता सतीश डागर ने मंगलवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के तत्वावधान में मनाए जा रहे किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र मिंडकौला के सौजन्य से केंद्र के प्रांगण में आयोजित किसान मेले में पहुंचे क्षेत्र के किसानों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
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उन्होंने कहा कि जिस समय देश में खाद्यान्न की कमी थी, तो हमारे किसानों ने अपनी जी-तोड़ मेहनत के बल पर खेती के आधुनिक तरीके अपनाकर भरपूर मात्रा में अनाज का उत्पादन किया, लेकिन साथ ही साथ रासायनिक खादों के इस्तेमाल ने हमारे अनाज की गुणवत्ता और धरती की उपजाऊ शक्ति को कमजोर कर दिया। इसलिए आज किसानों को अधिक उत्पादन की बजाय गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए उन्हें आधुनिक कृषि यंत्रों व कृषि वैज्ञानिकों के उपायों का उपयोग करते हुए जैविक खादों का इस्तेमाल करना चाहिए।
किसान विभाग की योजनाओं का उठाएं लाभ
कृषि उपनिदेशक डा. पवन शर्मा ने किसानों का आह्वान किया कि वे खेती में विज्ञान, प्रबंधन और प्राद्योगिकी का समायोजन करें। उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग किसानों की भलाई के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसलिए वह सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आमदनी बढ़ाएं।
इससे पूर्व डा. सभ्रवाल ने पुष्पगुच्छ भेट कर व पगड़ी पहनाकर और स्मृति चिह्न देकर मुख्य अतिथि का स्वागत अभिवादन किया। भूमि परीक्षण अधिकारी ने किसानों को हर खेत-स्वस्थ खेत अभियान के तहत अपने प्रत्येक खेत से मिट्टी के नमूने लेकर प्रयोगशाला में भिजवाने का आह्वïान किया ताकि भूमि में पोषक तत्वों की कमी व स्वास्थ्य के बारे में सही जानकारी मिल सके।
वैज्ञानिक तरीके से किसान करें खेती
कृषि विज्ञान केंद्र मिंडकौला के वरिष्ठ संयोजक डा. डी.वी. पाठक ने किसानों से कहा कि वे वैज्ञानिक तरीके से खेती करें। कृषि वैज्ञानिक हर वक्त उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर हैं। इसके लिए किसान कृषि विश्वविद्यालय के टोल फ्री नंबर पर भी अपनी समस्या दर्ज करवा सकते हैं।
पशु विज्ञान केंद्र पलवल की वरिष्ठ संयोजक रेखा दहिया ने किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए खेती के साथ-साथ पशुपालन करने के लिए प्रेरित किया।
मेले में लगाई गई कृषि यंत्रों व आर्गेनिक उत्पादों की प्रदर्शनी
मेले में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पलवल की ओर से सहायक कृषि अभियंता कार्यालय के सहयोग से लगाई गई विभिन्न कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी का मुख्य अतिथि ने अवलोकन किया। कृषि विज्ञान केंद्र मिंडकौला की गृह वैज्ञानिक डा. कांता सभ्रवाल की ओर से विभिन्न प्रकार के अचार, मुरब्बे व जैम की प्रदर्शनी लगवाई गई। उन्होंने बताया कि गृह विज्ञान की शिक्षा लेकर लड़कियां व महिलाएं विभिन्न प्रकार के आर्गेनिक उत्पाद बनाना सीख रही हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे अपना स्वरोजगार चलाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। हथीन की सुनीता रानी की ओर से हाथ से बनाए गए बैग, पलवल के प्रगतिशील किसान ओमबीर सिंह की ओर से आर्गेनिक फल व सब्जियों सहित विभिन्न कंपनियों की ओर से भी अपने-अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई और किसानों को इन उत्पादों के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर उपमंडल कृषि अधिकारी नूंह डा. अजीत सिंह, उपमंडल कृषि अधिकारी फिरोजपुर झिरका भगवान दास, गुण नियंत्रण निरीक्षक अजय तोमर, खंड कृषि अधिकारी राघुवेन्द्र जून, अभय राम, ए.डी.ओ. मनीश कुमार, आदि के अलावा सैकड़ों की संख्या में किसान मुख्य रूप से मौजूद रहे। इनमें महिलाओं की भागीदारी ज्यादा रही।
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