सत्य खबर सोनीपत
खरखौदा शराब घोटाले के एक अन्य मामले (एफआइआर संख्या -204) डीएसपी खरखौदा ने बर्खास्त पुलिस इंस्पेक्टर जसबीर को दो दिन के रिमांड पर लिया है। खरखौदा थाने के तत्कालीन एसएचओ जसबीर पर आरोप है कि 18 मार्च को भूपेंद्र से 22 सौ शराब की पेटियां पकड़ी गई थीं। जसबीर ने भूपेंद्र से मिलकर इस मामले में 11 सौ पेटी शराब रिकार्ड से अलग रख ली थीं। इसके बदले में भूपेंद्र का नाम इस अभियोग से निकाल दिया गया था। इस मामले में ट्रक चालक को ही आरोपित बनाया गया था।
एएसआइ जयपाल सिंह ने पुलिस रिमांड के दौरान बताया था कि इंस्पेक्टर जसबीर के कहने पर ही शराब की पेटियां गायब की गईं और भूपेंद्र का नाम निकाला गया। इस मामले में जसबीर से पूछताछ की जाएगी। शराब तस्कर भूपेंद्र और खरखौदा थाने के तत्कालीन एसएचओ जसबीर शराब घोटाले में सहभागी रहे हैं। जसबीर खुद तो लगातार भूपेंद्र को शराब तस्करी में सहयोग करता ही था, वहीं थाने के अन्य पुलिसकर्मी भी भुपेंद्र के हमदर्द थे।
पुलिस ने 05 मई को भूपेंद्र और उसके तीन साथियों के खिलाफ शराब तस्करी की रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद 06 मई को खरखौदा थाने के एसएचओ रहे अरुण कुमार,जसबीर सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों पर शराब घोटाले की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। शराब तस्कर भूपेंद्र को 09 मई को गिरफ्तार किया था। उसको रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की थी।
ऐसे हुआ खुलासा
भूपेंद्र ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि 18 मार्च को उसकी तस्करी की शराब की 22 सौ पेटी पुलिस ने पकड़ी थीं। एक ट्रक और स्कार्पियों में ये भरी हुई थीं। इस शराब को छुड़ाने की मिलीभगत जसबीर सिंह से हुई थी। जसबीर ने एएसआइ जयपाल को मौके पर भेजा था। जयपाल ने इनमें से 11 सौ पेटी निकाल ली थीं। उसके बदलें में भूपेंद्र की बजाय केवल ट्रक चालक पर ही रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
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