कभी गरीबी तो कभी सिद्धि प्राप्ति के लिए बच्चों को मारने की बात कर रहा है जुम्मादीन
पुलिस ने जुम्मादीन को पेश करके लिया 3 दिन के रिमांड पर
सत्यखबर सफीदों
डिडवाड़ा कांड बाप द्वारा ही अंजाम दिए जाने को लेकर हर कोई हैरत में है और सब यह सोच रहे हैं कि क्या कोई बाप भी अपने जिगर के टुकड़ों को इस तरह से मौत के घाट उतार सकता है। इसी बीच यह भी सवाल उठ रहे हैं कि खुद अपने बच्चों को मारकर नहर में डालने के बावजूद भी जुम्मादीन ने इसके बारे में पहले क्यों नहीं बताया। दरअसल जुम्मादीन गुमराह में माहिर है। उसकी इस महारत ने प्रशासन, पुलिस व ग्रामीणों को भ्भी कई दिन खूब छकाया है। उसके कारण प्रशासन, पुलिस व ग्रामीण करीब 3 दिनों तक लड़कियों को ढूंढने में लगे रहे।
जुम्मादीन ने पहले अपने दोनों बेटियों को नशीला पदार्थ दिया और फिर रात के अंधेर में मोटरसाइकिल पर एक को आगे टंकी पर लिटाकर तथा दूसरी को पीठ पर कपड़े से बांधकर ले जाकर बी.एमम्.एल नहर में डाल दिया। जुम्मादीन ने लड़कियों को नहर में उस स्थान पर डाला जहां पानी में जलखुंभी जमी हुई थी। वह चाहता था कि लड़कियों का किसी को अता पता नहीं चल पाए और पहले की तरह से 3 बच्चों की हत्याओं को अंजाम देने के बाद भी पाकसाफ बना रहे। जुम्मादीन ने लड़कियों को नहर में डालने की किसी को कानोकान खबर तक नहीं होने दी और खुद ही सफीदों के सदर थाने में जाकर लड़कियों के गायब होने का ड्रामा रच दिया।
जुम्मादीन की शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस ने गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज करके लड़कियों को तलाश शुरू कर दी। इसी बीच किसी ने सूचना दी कि साहनपुर गांव के पास बह रही बी.एम.एल. में एक लडक़ी का शव देखा गया है। सूचना पर पुलिस व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और देर सांय अर्धनग्रावस्था में जुम्मादीन की छोटी बेटी का शव बरामद कर लिया। बेटी का शव बरामद होने के बावजूद जुम्मादीन को सबकुछ पता होते हुए भी किसी को कुछ नहीं बताया और चुपचाप अपनी बेटी के शव की शिनाखत भी कर ली। 2 दिन बाद उसी स्थान के आसपास उसकी दूसरी लडक़ी का भ्शव भी बरामद हो गया और जुम्मादीन ने फिर से चुपचाप लडक़ी की ख्शिनाख्ख्त कर ली और झुठमुठ के आंसू बहाकर लोगों की संवेदना बटोरता रहा। पोस्टमार्टम में दोनों लड़कियों की मौत का कारण डूबने से बताया गया।
जुम्मादीन ने दोनों लड़कियों को गांव में ले जाकर ख्खुद अपने हाथों से सुपर्दे-ए-खाक कर दिया। पुलिस गुमशुदगी की एफ.आई.आर. में हत्या की धाराओं को जोडक़र मामले की तफतीश में जुट गई। पुलिस को शुरू से ही परिवार के किसी ना किसी सदस्य के इस घटनाक्रम को अंजाम दिए जाने का शक था लेकिन पुलिस के सामने समस्या से थी कि एक तरफ तो गांव व परिवार में लड़कियों की मौत का शोक व रोष था और इसी बीच जल्दबाजी में परिवार के किसी सदस्य से पूछताछ करने में दिक्कतें आ सकती है। धीरे-धीरे गांव के लोगों को भी परिवार के लोगों पर ही कहीं ना कहीं शक होने लगा था। गांव के लोगों का शक उस वक्त भी हुआ जब जुम्मादीन शेव करवाकर व नहा धोकर गांव में से गुजरा। लोगों का कहना था कि जिसकी दो-दो बेटियां इस दुनिया से चली गई हो उसका शोकाकुल पिता तरह से तो घूम नहीं सकता।
शक गहराने पर इसी गांव के सरपंच प्रतिनिधि प्रमोद कुमार व अन्य मौजिज लोगों को अकेले जुम्मादीन को बुलाया और उससे अपने स्तर पर पूछताछ की। पंचायत के बी जुम्मादीन ने हत्याओं के बारे में कुछ राज उगला तो ग्रामीणों ने उसके परिवार के लोगों व रिश्तेदारों को पंख्चायत में ही बुला लिया। सबके सामने जुम्मादीन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके साथ-साथ उसने यह भी कबूल लिया कि इससे पूर्व हुई तीन बच्चों की मौत का गुनाहगार भी वहीं है। उसकी बात सुनकर सभी हक्के-बक्के रह गए। पंचायत ने मामले की सूचना ए.एस.पी. अजीत सिंह शेखावत को दी और पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया।
पुलिस पूछताछ के दौरान में जुम्मादीन ने कुछ खास नहीं उगला है और वह लगातार पुलिस को भी गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। पूछताछ के दौरान जुम्मादीन लगातार अपने ब्यान बदल रहा है। कभी वह गरीबी के कारण खर्चे का बोझ ना उठा पाने के कारण अपने पांचों बच्चों को मारने तो कभी वह बड़ी तंत्र विद्या हासिल करके डिड़वाड़ा गांव व क्षेत्र का बादशाह बनने की बातें कर रहा है। इसके अलावा भी वह कई तरह से अनाप-शनाप ब्यानबाजी पुलिस के सामने कर रहा है। वहीं इस मामले में पुलिस कैथल के खजान सिंह भी लगातार पूछताछ कर रही है।
जुम्मादीन ने घर के सामने बिजली मैकेनिक के जाने का किया था इंतजार
गांव के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए हत्यारे जुम्मादीन ने अपने घर के सामने एक बिजली मैकेनिक के चले जाने का भी इंतजार किया है। दरअसल खेतों में धान का सीजन के दौरान ट्यूबवैलों की मोटरों में दिक्कतें आ जाती है। इसी को लेकर बिजली मैकेनिकों का कार्य देर रात तक चलता है। जुम्मादीन के घर के आसपास एक बिजली मैकेनिक की भी दुकान है। घटना वाली रात वह मैकेनिक देर रात तक कार्य करता रहा। मैकेनिक ने रात करीब साढ़े 12 बजे अपनी दुकान बंद की।
दुकान बंद होने की ताक में जुम्मादीन बैठा था। मैकेनिक कहीं किसी कार्य से वापिस ना आ जाए इसके लिए जुम्मादीन ने करीब 10 से 15 मिनट तक इंतजार की। जब ही उसे लगा कि अब कोई आने वाला नहीं है, उसने तुरंत पहले से ही नशीली दवाईयों के प्रभाव से लोटपोट अपनी दोनों बेटियों को मोटरसाइकिल पर बैठाया। जुम्मादीन ने अपनी एक बेटी को मोटरसाइकिल के आगे तकिया बिछाकर उसपर लिटा लिया और दूसरी बेटी को अपनी पीठ के पीछे कपड़े से बांध लिया और इस शर्मनाक घटना को अंजाम देने के लिए घर से निकल पड़ा। जुम्मादीन ने रात के घोर अंधेर में अपनी मासूम बेटियों को नदी के पानी के हवाले कर दिया।
जुम्मादीन ने दिन में 2 बार किया प्रयास
जुम्मादीन के सिर के ऊपर बच्चों को मारने की सनक इस कदर हावी थी कि उसने इस घटना को दिन में भी अंजाम देने का प्रयास किया था लेकिन उसे कहीं ना कहीं लगा कि दिन में वह शायद पकड़ा जाए, इसलिए उसने रात का समय मुफीद लगा। सूत्रों ने बताया कि जुम्मादीन ने उस दिन दोपहर में ही अपने बच्चों मारने के लिए उन्हे नशीला पदार्थ खिला दिया था लेकिन वह चाहता था कि इस घटना की किसी को कानोकान खबर ना हो। इसलिए उसने रात को फिर से अपने बच्चों व परिवार के लोगों को नशीला पदार्थ दिया और रात के अंधेर में काली करतूत को अंजाम दिया।
रिमांड के दौरान जुम्मादीन से की जाएगी पूछताछ – एस.एच.ओ.
सफीदों पुलिस ने शनिवार को जुम्मादीन को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने जुम्मादीन को 3 दिन के रिमांड पर भेजा है। एस.एच.ओ. धर्मबीर ने बताया कि जुम्मादीन को 3 दिन के रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान इससे पूछताछ की जाएगी और हम्त्याकांड में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल को बरामद किया जाएगा।
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