सत्यखबर,हिसार
और बीजेपी और किसानों के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के बीच का विवाद लगातार तेज होता नजर आ रहा है. किसानों ने ग्रोवर के घर से कुछ ही दूरी पर अपना तंबू गाड़ दिया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब आंदोलन में किसानों ने शहर में धरना दिया है. पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के माफी मांगने की मांग को लेकर किसान अड़े हुए है| महिलाओं की तरफ गलत इशारा करने को लेकर हुआ विवाद बीजेपी नेता मनीष ग्रोवर के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. तीन दिन पहले शुरू हुए किसानों के प्रदर्शन ने अब जोर पकड़ना शुरू कर दिया है. आज यानी गुरुवार को तीसरे दिन धरने पर महिलाओं और किसानों की संख्या बढ़ चुकी है. कुछ अन्य संगठन भी धरने पर पहुंचकर अपना समर्थन दे रहे हैं.किसान सरकार और पूर्व मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. किसानों और पुलिस के बीच हुई वार्ता भी असफल रही है. किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. आंदोलन में पहुंची सामाजिक कार्यकर्ता जगमति सांगवान का कहना है कि किसानों द्वारा पहले ही आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी जा चुकी है,
मगर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा. मनीष ग्रोवर खुद माफी मांगने की बजाए सबूत मांग रहे हैं. उनके खिलाफ महिलाओं में रोष बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग भी इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर रहा, जबकि महिलाओं पर हुई ऐसी अभद्र हरकत पर नोटिस भेजकर जवाब तलब करना चाहिए था. केंद्र और राज्य महिला आयोग इस मामले में हस्तक्षेप करे और उनकी लड़ाई लड़े.
बता दे की किसान महिलओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि धरनास्थल पर सबके बीच आकर ग्रोवर माफी नहीं मांगते हैं तो दूसरे प्रदेशों की भी महिलाएं धरने पर बैठेंगी और उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगी.
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