हरियाणा

सिरसा लोकसभा सीट की इस बार राह नहीं आसान

सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-

सिरसा लोकसभा क्षेत्र में इस बार किसी भी पार्टी के उम्मीदवार की जीतने की राह आसान नहीं लगती प्रतीत होती है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और पार्टी की उम्मीदवार सुनीता दुग्गल ने इस आरक्षित क्षेत्र से प्रचार के लिए ताबड़तोड़ दौरे शुरू कर रखे हैं। दूसरे, कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदेशाध्यक्ष डॉ अशोक तंवर ने भी भाजपा की उम्मीदवार से पीछे ना रहते हुए अपने प्रचार में तेजी ला दी है। सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ उन्होंने नरवाना विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके हल्के में बिगुल बजा दिया। वैसे इस लोकसभा क्षेत्र में माना जाए तो यह क्षेत्र इनैलो का गढ़ रहा है। अब इनैलो के दो फाड़ होने से अधिकतर कार्यकर्ताओं का रूख नई बनी पार्टी जननायक जनता पार्टी की तरफ हुआ है। हालांकि जेजेपी ने अभी तक अपने प्रत्याशी पर मोहर नहीं लगाई है, तथापि राजनीतिक जानकारों के अनुसार नरवाना के डॉ प्रीतम मेहरा प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। प्रीतम मेहरा ने अपनी राजनीति की शुरुआत 1985 में जननायक देवीलाल की प्रेरणा से उनके न्याययुद्ध से शुरू की थी। वह 1991 से 96 तक उस समय की समाजवादी जनता पार्टी के युवा प्रदेश सचिव रहे। 2005 में उन्होंने कलायत हल्के से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ा, जो मात्र 1412 मतों से हार गए थे। पार्टी में उनकी सक्रियता को देखते हुए जेजेपी ने पिछले दिनों उन्हें एससी सैल प्रकोष्ठ का प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया है। उनकी राजनीति के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों में भी विशेष रूचि रही है, जिसमें वे 1985 में अंबेडकर यूथ फोरम के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे कैथल जिले के कलायत स्थित श्री रैदास तख्त हरियाणा के प्रधान हैं। साथ ही दलितों के अधिकारों की पैरवी करने वाली हरियाणा दलित अधिकार संघर्ष समिति के वे अध्यक्ष हैं।

सीट पर रोचक रहेगा मुकाबला
माना कि पिछली योजना में यहां से इनेलो के चरणजीत सिंह रोड़ी सांसद चुने गए थे। लेकिन इस बार मुकाबला ना केवल कड़ा रहेगा, बल्कि रोचक भी रहने की संभावना है। वह इसलिए कि जहां भाजपा ने अपना उम्मीदवार सुनीता दुग्गल को बनाया है, जोकि एक अच्छी प्रवक्ता के रूप में भी जाने जाती हैं। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक तंवर ने भी अपने कार्यकाल में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कड़ी मेहनत की है। जबकि जेजेपी अगर नरवाना के डॉ प्रीतम मेहरा को अपना उम्मीदवार बनाती है, तो इन तीनों पार्टियों के प्रत्याशियों के बारे में कौन हावी रहेगा इसके बारे में कुछ कहना अभी समय से पहले भी बात होगी। सबसे बढ़कर सिरसा लोकसभा सीट पर मुकाबला ना केवल कांटे की टक्कर का रहने वाला है, बल्कि चुनाव दिलचस्पी भी रहेगा इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।

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