सत्यखबर,चढ़ीगढ़
मानसून अपने अंतिम चरण में चल रहा है। प्रदेश में पिछले 10 वर्ष बाद इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इस मानसून सीजन में एक जून से 24 अगस्त तक दो फीसद अधिक बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग का आंकड़ा देखा जाए तो सामान्य तौर पर 336.4 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, जबकि इसकी जगह बढ़कर 342.5 मिलीमीटर दर्ज की गई।
हिसार में अभी भी बारिश का इंतजार
हरियाणा में मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। 29 अगस्त तक बीच-बीच में ज्यादातर क्षेत्रों में तेज हवाओं और गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी है। ऐसे मे बारिश के कारण अब गर्मी भी कम होने के आसार हैं। वहीं इस बारिश से किसानों को भी फायदा होगा। इन दिनों फसलों में बारिश की दरकार है।मानसूनी हवाओं का टर्फ अब सामान्य स्थिति में होने तथा बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र जो अगले दो दिन में और अधिक एक्टिव होने और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन राजस्थान और इसके साथ लगते क्षेत्रों में बनने से संभावित पूर्वी हवाएं चलने और अरब सागर से नमी वाली दक्षिण पश्चिमी हवाएं आने की संभावना है।
https://www.youtube.com/watch?v=lrizM1bO1kM&t=51s
इसके साथ ही बता दे की बीते कई दिनों में हरियाणा के लगभग जिलों में जोरदार बारिश हुई है। मगर हिसार में अभी तक ऐसी बारिश नहीं हुई है। बीच बीच में आने वाली बारिश भी सामान्य ही रही है। ऐसे में अभी भी लोगों को तेज बारिश का इंतजार है। हिसार में बारिश नहीं होने के कारण उमस भी बेहद ज्यादा रही है। अब अगर मानसून के आखिरी दिनाें में भी बारिश नहीं हुई तो फसलों में भी नुकसान होगा। वहीं बिरानी इलाकों में बारिश की और भी ज्याादा जरुरत है। हिसार में बादल छाते हैं मगर बिना बरसे ही वापस लौट जाते हैं। इसके कारण भी लोग मायूस हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=JOU8haHnCDI
Scrap aluminium market intelligence Aluminum waste management solutions Scrap metal environmental impact
Scrap metal reprocessing Ferrous metal reusing Iron scrap refining
Ferrous material collection, Iron disposal yard, Scrap metal utilization centers