सत्यखबर पलवल
ओएलएक्स पर खरीदारी का झांसा देकर ढगी करने के मामले मे आरोपी वारिश पुत्र हनीफ निवासी बामनी जिला भरतपूर राजस्थान को दिल्ली जेल से प्रोडक्शन वारन्ट पर गिरफतार किया गया। आरोपी को दिनांक 18.07.2020 को पेश अदालत करके तीन दिन का पुलिस रिमान्ड प्राप्त किया गया। आरोपी से रिमान्ड के दौरान दो पी.ओ.एस. मशीन, 6 पे.टी.एम कार्ड, तीन सिमकार्ड, एक नोट गिनने की मशीन, 15 हजार रूप्यें नकद बरामद किये गयें। आरोपी को आज पेश अदालत करके जेल भेज दिया गया।
प्रभारी ईकोनोमिक सैल पलवल निरीक्षक सत्यनारायण ने बताया कि ओ.एल.एक्स पर खरीदारी का झांसा देकर ढगी करनें वालें गिरोह सक्रिय है। इस प्रकार का एक मामला पलवल मे भी सामने आया है। दिनांक 14.02.2020 को गांव पैंगलतू निवासी रिन्कु ने पुलिस मे शिकायत दर्ज कराई कि उसने ओ.एल.एक्स पर एक एड देखा जिसमे 2015 माडल की एक एल्टो कार बेचने के लिये एड दी गई थी। गाडी की कीमत 90,000 रूप्यें दर्शाई गई थी। जिसके बाद रिन्कु ने दिये गयें नम्बर पर सम्पर्क किया। तो गाडी के मालिक ने बताया कि वह आर्मी मे जाब करता है। जिसने अपनी आर्मी की आई.डी. भी रिन्कु को दिखाई। जिसने रिन्कू से कहा कि उसका टांसफर हो गया है। जिसके कारण वह अपनी गाडी बेचना चाहता है।
बेचने वाले ने रिन्कु को अपनी बातो मे उलझाकर गाडी की कीमत, टांसपोर्ट चार्ज, टैक्स व कोरियर के चार्ज के नाम पर 1,90,000 रूप्ये अपने ई-वैलेट अकाउन्ट मे डलवा लियें। उसके बाद बेचने वाले ने अपना फोन बन्द कर लिया। जिस पर उसने थाना सदर पलवल मे अपनी शिकायत दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने केश दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी। जिसकी जांच सी.आई.ए. पलवल को सौपी गई। मामले की गंभीरता को देखकर पुलिस अधीक्षक पलवल दीपक गहलावत के द्वारा केश की तफतीश के लिये एक विशेंष अनुसंधान टीम का गठन किया गया है।
जिसके द्वारा इस मामले मे मुख्य आरोपी आरिफ निवासी लालपूर जिला कामा राजस्थान, अब्दूल करीम निवासी गुरवाडी थाना बिच्छौर जिला मेवात व एक अन्य नाबालिग को गिरफतार किया जा चुका है। आरोपीयो से पुछताछ मे व पुलिस जांच मे पाया गया कि आरोपीयों के गिरोह के कुल 30 ई-वैलेट अकाउन्ट है। जिनमे अब तक की जांच मे करोडो रूप्यों का जमा होना पाया गया है। आरोपीयों के द्वारा सैकडों कारों की अलग-अलग एड देकर धोखाधडी करनी पाई गई। जिनकी डिटेल प्राप्त की गई। जो आरोपीयों की सभी ई-वैलेट अकाउन्टों की जांच करेंगी।
इसी कडी में एस.आई.टी. के द्वारा दिनांक 17.07.2020 को आरोपी वारिश पुत्र हनीफ निवासी बामनी जिला भरतपूर राजस्थान को दिल्ली जेल से प्रोडक्शन वारन्ट पर गिरफतार किया गया। पुछताछ मे आरोपी ने बताया कि इस केश मे उसके हिस्सें मे 25,000 रूप्यें आयें थें। आरोपी को दिनांक 18.07.2020 को पेश अदालत करके तीन दिन का पुलिस रिमान्ड प्राप्त किया गया। आरोपी से रिमान्ड के दौरान दो पी.ओ.एस. मशीन, 6 पे.टी.एम कार्ड, तीन सिमकार्ड, एक नोट गिनने की मशीन, 15 हजार रूप्यें नकद बरामद किये गयें। आरोपी को आज पेश अदालत करके जेल भेज दिया गया। इस प्रकार से धोखाधडी करने के मामले मे इन आरोपीयों के खिलाफ दर्जन भर मुकदमे अलग-अलग राज्यों मे दर्ज है।
तरीका वारदात
आरोपी ओ.एल.एक्स पर खुद को फौजी बताकर अपनी गाडी कम दाम पर बेचने का विज्ञापन देंतें थें। जिसके झांसे मे आकर लोंग आरोपी से सम्पर्क करते थें। जिसके बाद सर्विस चार्ज आदि के नाम पर अपने पे.टी.एम अकाउन्ट मे पैसे ट्रासफर करा लेते थें। आरोपी वारिश कमीशन बेस पर पे.टी.एम. अकाउन्ट से पैसे निकालकर उन्हे नकद दे देता था।
पुलिस विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश
पुलिस अधीक्षक पलवल के द्वारा जिला पलवल मे ओ.एल.एक्स पर होने वाली धोखाधडी के मामलों की शिकायत दर्ज कराने के लियें सम्बन्धित थाना के ईलावा साईबर सैल, पलवल और आर्थिक अपराध शाखा, पलवल करने के लिये व्यवस्था की है। आमजन को यदि इस सम्बन्ध मे कोई शिकायत है तो वह साईबर सैल, पलवल और आर्थिक अपराध शाखा, पलवल मे शिकायत दे सकते है। उन्होने कहा कि आनलाईन ठगी करने वालो की अब खैर नही। पलवल पुलिस इस प्रकार के अपराधियों की घरपकड के लियें विशेष अभियान चला रही है।
पुलिस विभाग के द्वारा भी आम जनता से अपील की गई है कि ओ.एल.एक्स पर खरीदारी करते समय निम्नलिखित बातो का ध्यान रखें-
1. समान बेचने वाले के बारे मे पूरी जानकारी प्राप्त कियें बिना खरीदारी ना करें और किसी भी प्रकार की पेमेन्ट ना दें।
2. कई बार सामान बेचने वाला, ग्राहक को कोरियर कम्पनी की रशीद भेज देते है। इस प्रकार के मामलों मे सम्बन्धित कोरियर कम्पनी के कार्यालय मे जाकर पूरी पुछताछ कियें बिना कोई पेमैन्ट ना करें।
3. अगर किसी के साथ इस प्रकार की धोंखाधडी होती है, तो तुरन्त ओ.एल.एक्स कम्पनी, अपने बैंक व ई-वेलैट के हैल्प लाईन नम्बर पर बिना देरी शिकायत दर्ज करायें। उसके बाद पुलिस मे शिकायत दें।
4. कई मामलों मे बेचने वाले जी.एस.टी. सिक्योरिटी चार्ज, एम.आर.पी.टासंपोर्ट चार्ज के नाम पर छोटी रकम अपने खाते मे टासंफर करा लेंते है। जिसमे पिडित भी शिकायत दर्ज नही कराते है। इनकी भी शिकायत की जानी चाहियें।
5. ई-वैलेट, ओएलएक्स व अन्य आनलाईन साईटों पर खरीदारी करने से पहले उसके बारे मे अच्छी प्रकार से जान लें, गुगल व यू-टयूब के माध्यम से इस प्रकार की साईट पर धोंखाधडी से बचने के बारे मे जानकारी दी जाती है। जिसे देखकर अच्छी प्रकार से सोंच समझ लेना चाहियें और खरीदारी के बारे मे जानकारी प्राप्त करनी चाहियें।
6. इस प्रकार से धोंखा होने पर बिना संकोच के शिकायत सम्बन्धित कम्पनी की हैल्पलाईन, बैंक की हैल्पलाईन, ई-वैलेट हैल्पलाईन व सम्बन्धित पुलिस थाना मे दें।
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