सत्यखबर सफीदों
भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान संस्थान, करनाल के पास गेहूं की नवीनतम किस्मों के बीज खरीदने को पंजीकरण करा चुके सफीदों क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री को भेजे अनुरोध में गेहूं के ये बीज समय रहते उन्हें उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री व अनुसंधान संस्थान के प्रबंधन को ई-मेल से इस आशय का अनुरोध भेजने वाले किसानों का कहना है कि उन्होंने पिछले पखवाड़े इस संस्थान के पोर्टल के माध्यम से गेहूं की नवीनतम किस्म डी.बी.डब्ल्यू.187, डी.बी.डब्ल्यू.222 व डी.बी.डब्ल्यू.48 व जौं की नवीनतम किस्म का बीज लेने को पंजीकरण कराया था लेकिन आज तक अनुसंधान संस्थान की तरफ से उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई है कि ये बीज उन्हें कब सुलभ कराए जाएंगे।
किसानों का कहना है कि खरीफ फसलों में यहां धान की कटाई के तत्काल बाद गेहूं की बिजाई का सीजन शुरू होने को है यदि इन बीजों को जारी करने में संस्थान ने अनावश्यक विलंब किया तो किसान बिजाई समय पर नहीं कर पाएंगे जिससे निश्चित रूप से उत्पादन प्रभावित होगा। किसानों की मांग है कि उन्हें ये बीज तत्काल उपलब्ध कराए गए ताकि बिजाई समय पर हो सके।
बता दें कि करनाल के भारतीय गेहूं एवं जो अनुसंधान संस्थान द्वारा जारी गेहूं की नई किस्मों के बीज किसानों को जारी करने के लिए उन्हें संस्थान के पोर्टल पर पंजीकरण कराने की सूचना जारी की गई थी जिस पर बहुत किसानों ने अपना पंजीकरण कराया है। इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों को वांछित बीज की 10 किलो मात्रा 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से दी जानी है जिसके लिए किसान संस्थान के बुलावे के इंतजार में है।
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