पुलिस ने जुम्मादीन को फिर लिया 2 दिन के रिमांड पर
मनोवैज्ञानिक चिकित्सक कर रहे हैं जुम्मादीन की काउंसलिंग
सत्यखबर सफीदों
सफीदों उपमंडल के गांव डिडवाड़ा में दो बेटियों की हत्या के साथ-साथ 3 अन्य बच्चों को मौत के घाट उतारने वाले उनके पिता जुम्मादीन द्वारा किए गए कबूलनामें के बाद सफीदों पुलिस उन तीनों बच्चों की कब्रें खुदवाकर उनके शवों की जांच करना चाह रही है लेकिन इस कार्य में उन्हे कहीं ना कहीं उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वीरवार को पुलिस डिडवाड़ा के कब्रिस्तान में जाकर कब्रों की ख्खुदाई का पुन: प्रयास करना चाहती थी लेकिन वह सफल नहीं हो पाई क्योंकि वीरवार को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त ना होने के कारण यह कार्य नहीं हो पाया। हालांकि पुलिस बुधवार से ही ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की नियुक्ति का प्रयास कर रही थी कि लेकिन वीरवार तक वह नियुक्ति नहीं हो पाई।
उधर वीरवार को ही जुम्मादीन के रिमांड की अवधि भी समाप्त हो गई। अवधि समाप्त होने पर सफीदों पुलिस ने जुमादीन को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट से रिमांड की अवधि बढ़ाने की मांग की। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि अभी जुम्मादीन से पूछताछ बाकी है और उससे 3 बच्चों की कब्रों की निशानदेही करवानी है ताकि बच्चों के शवों को निकलवाकर हत्याओं के कारणों का पता किया जा सके। जिस पर कोर्ट ने जुम्मादीन का 2 दिन का रिमांड ओर बढ़ा दिया। गौरतलब है कि पुलिस पिछली 3 हम्त्याओं के राज जानने के लिए भी कार्य कर रही है। इसको लेकर पुलिस ने हत्म्यारोपी जुम्मादीन की पत्नी रीना के ब्यान पर 3 अलग-अलग हत्म्या की एफ.आई.आर. दर्ज की हैं।
बीती 27 जुलाई की दोपहर को पुलिस डिडवाड़ा के कब्रिस्तान में तीनों बच्चों की कब्रें खुदवाने के लिए गई जरूर थी लेकिन कब्रों की सही निशानदेही नहीं हो पाने के कारण पुलिस बैरंग लौट आई। कब्रों की निशानदेही में ख्परिवार के लोगों के साथ-साथ खुद हत्यारोपी जुम्मादीन ने भी पुलिस का सहयोग नहीं किया। जुम्मादीन ने तो कब्रिस्तान पहुंचते ही मुझे कुछ नहीं पता, मुझे कुछ याद नहीं कहना शुरू कर दिया था। पुलिस पक्के तौर पर उन्ही कब्रों को खुदवाना चाहती जिनमें 3 मासूम दफन हैं। किसी गलत कब्र को खुदवाने का पुलिस जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसी को लेकर पुलिस ने फिर से जुम्मादीन को 2 दिन के रिमांड पर लिया है।
साईक्लोजिस्ट डा. दिनेश कर रहे हैं जुम्मादीन की काउंसलिंग
रिमांड के दौरान पुलिस जुम्मादीन से हत्या के कारणों को जान नहीं पाई है और जुम्मादीन हर पल अपने ब्यान बदल रहा है। कभी वह इन हम्त्याओं के पीछे किसी तांत्रिक का हाथ होने, कभी अपनी साली के प्यार में हत्याएं करने तो कभी गरीबी के कारण बच्चों का बोझ ना उठा पाने की बातें कर रहा है लेकिन उसने ये हत्याएं क्यों की इसका सही से खुलासा नहीं हो पाया है। अब पुलिस इस खुलासे के लिए साईक्लोजिस्ट की मदद ले रही है। जुम्मादीमन की काउंसलिंग के लिए सिविल अस्पताल जींद के डा. दिनेश कुमार को नियुक्त किया गया। डा. दिनेश कुमार ने सफीदों सदर थाना पहुंचकर जुम्मादीन की काउंसलिंग की। मिली जानकारी के अनुसार वे काउंसलिंग की अपनी रिपोर्ट पहले सी.एम.ओ. जींद को सौंपेंगे और वहां से वह रिपोर्ट पुलिस के पास पहुंचेगी।
रिमांड के दौरान कब्रों की करवाई जाएगी निशानदेही – कार्यकारी एस.एच.ओ.
कार्यकारी एस.एच.ओ. छत्रपाल सिंह ने बताया कि हत्यारोपी जुम्मादीन को 2 दिन के अतिरिक्त रिमांड पर लिया गया है। इस रिमांड के दौरान उससे 3 बच्चों की कब्रों की निशानदेही सुनिश्चित की जाएगी। निशानदेही होने पर कब्रों को खुदवाकर तथ्य जुटाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मनोवैज्ञानिक डा. दिनेश कुमार जुम्मादीन की काउंसलिंग कर रहे हैं।
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