सत्य खबर हरियाणा
हरियाणा के कुछ हिस्सों में बीते कई दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। मंगलवार को प्रदेशभर में बादल छाए हुए हैं और सावन की फुहार जारी हैं। हालांकि कुछ इलाकों में भारी बारिश भी हो रही है। कैथल, करनाल, हिसार, जींद, पानीपत और कुरुक्षेत्र के लिए मौसम विभाग ने भी भारी बारिश और 20 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है।
जीटी बैल्ट पर भारी बारिश
दिल्ली से लेकर कुरुक्षेत्र तक जीटी रोड यानि नेशनल हाइवे नंबर-44 पर भारी बारिश हो रही है। इसके चलते वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। दिन के समय ही गाड़ियों की लाइट जलानी पड़ रही हैं। वहीं एनसीआर की बात करें तो फरीदाबाद और गुड़गांव के निचले इलाकों में भारी बारिश से जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग पहले ही जारी कर चुका है ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने 18 जुलाई से 21 जुलाई तक कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी दी थी। विभाग ने एहतियात के तौर पर पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था। प्रदेश में एक जून से 17 जुलाई तक प्रदेश में 115.8 एमएम बरसात हुई थी। जो सामान्य से 11 फीसदी कम है।
पिछले 5 साल में जुलाई की बरसात
- वर्ष 2015-125.7 एमएम-23 फीसदी कम
- वर्ष 2016-154.0 एमएम-6 फीसदी कम
- वर्ष 2017-67.7 एमएम-59 फीसदी कम
- वर्ष 2018-146.7 एमएम-11 फीसदी कम
- वर्ष 2019-131 एमएम-16 फीसदी कम
मानसून की बरसात घटने के कारण
बीते सालों से लगातार मानसून घट रहा है। इसका कारण क्लाइमेट चेंज, एग्री पैट्रन में बदलाव, जैसे धान अधिक उगाने से जल का अधिक दोहन, इंडस्ट्रीज, बर्निंग इश्यू के अलावा बढ़ते वाहन बड़ा कारण है। ऐसे में बरसात संगठित नहीं हो रही, कहीं होती है तो कहीं बिल्कुल नहीं होती। धुंध का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। क्योंकि वातावरण में डस्ट बढ़ रही है। कभी अरब सागर तो कभी बंगाल की खाड़ी से सिस्टम साथ नहीं दे रहे, आते हैं तो एमपी, राजस्थान या फिर पूर्वी यूपी में ही अटक जाते हैं।
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