मनोवैज्ञानिक भी जुम्मादीन से बात करके करेंगे सच्चाई जानने का प्रयास
सत्यखबर सफीदों
सफीदों उपमंडल के गांव डिडवाड़ा में एक पिता द्वारा अपनी दो बेटियों की नहर में डालकर हत्या कर दिए जाने का मामला निरंतर गहराता जा रहा है। पुलिस इस मामले की तह तक जाने का निरंतर प्रयास कर रही है लेकिन हत्या के कारणों का अभी तक कोई ख्खुलासा नहीं हो पाया है। सबसे बड़ी बात यह है कि हत्यारोपी जुम्मादीन ने इससे पूर्व भी अपने 3 बच्चों की हम्त्याएं कर दिए जाने की बात कबूली है। ताजा घटनाक्रम के साथ-साथ पुलिस पिछली 3 हत्याओं के राज जानने के लिए भी कार्य कर रही है। इसको लेकर पुलिस ने हत्यारोपी जुम्मादीन की पत्नी रीना के ब्यान पर 3 अलग-अलग हत्म्या की एफ.आई.आर. दर्ज की हैं।
इन हत्याओं की सच्चाई जानने के लिए पुलिस वीरवार को फिर से इन 3 बच्चों की कब्रों को खुदवाकर शवों की जांच का कदम उठाएगी। इसके लिए बुधवार को पुलिस कब्र खोदने के आदेशों और ड्यूटी मैजिस्टे्रट की नियुक्ति को लेकर काफी भागदौड़ करती दिखाई पड़ी। गौरतलब है कि बीती 27 जुलाई की दोपहर को सफीदों के थाना प्रभारी धर्मबीर सिंह व ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अमले को साथ लेकर गांव डिडवाड़ा के कब्रिस्तान में गए थे लेकिन वहां पर पुलिस को सफलता हासिल नहीं हुई क्योंकि तीनों बच्चों की कब्रों की सही निशानदेही नहीं हो पाई थी और पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा था। पुलिस ने कब्रिस्तान में बच्चों की कब्रों की निशानदेही के बारे में जानना चाहा लेकिन पुलिस को ग्रामीणों व परिवार के लोगों का सहयोग नहीं मिला।
कब्र की सही जानकारी ना मिलने के कारण हत्या के आरोपी जुम्मादीन के भाईयों गुलाब, आसिन व रोशन को भी मौके पर बुलाया गया लेकिन उन्होंने भी सही स्थान बताने में असमर्थता जाहिर की थी। निशानदेही ना होने की सूरत में आरोपी जुम्माद्दीन को भी कब्रिस्तान लाया गया लेकिन उसने कब्रों के नजदीक जाते ही उसने मुझे कुछ नहीं पता, मुझे कुछ याद नहीं कहना शुरू कर दिया। काफी मशक्कत करने के बाद भी पुलिस कब्रों की निशानदेही नहीं कर पाई। पुलिस पक्के तौर पर उन्ही कब्रों को खुदवाना चाहती जिनमें 3 मासूम दफन हैं। किसी गलत कब्र को खुदवाने का पुलिस रिस्क नहीं लेना चाहती थी। जिन लोगों को मौके पर निशानदेही के लिए बुलाया गया था वे लोग अंदाजा तो बता रहे थे लेकिन किस स्थान पर कौन सी है उसे कोई भी सही तरीके से नहीं बता पाया।
स्टीक निशानदेही ना होने के कारण पुलिस ने मौके पर जुम्मादीन के परिवार व समाज के मौजिज लोगों के ब्यान भी लिखे। उसके बाद पुलिस ने प्रक्रिया को एकबारगी स्थगित कर दिया और बैंरग लौट आई थी। उससे अगले दिन हत्यारोपी जुम्मादीन के रिमांड की अवधि समाप्त हो गई थी। पुलिस ने फिर से जुम्मादीन को पेश करके कोर्ट में रिमांड की अवधि बढ़ाने की अर्जी लगाई थी। जिस पर कोर्ट ने जुम्मादीन को 2 दिन के अतिरिक्त पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।
पुलिस ने डिमांड में कहा था कि वह जुम्मादीन से पिछली हत्म्याओं के बारे में पूछताछ करना चाहती है। उसके बाद फिर से जुम्मादीन से पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ। पुलिस ने गांव के लोगों से कब्रों की निशानदेही की बारे में जानकारी हासिल की। निशानदेही की संभावानाएं बनते देख पुलिस ने वीरवार को फिर से कब्रों को खुदवाने के लिए गांव में पहुंचने का निर्णय ले लिया। इसके लिए फिर से आदेश प्राप्त करने के लिए पुलिस जिला प्रशासन के पास गई। सूत्र बताते है कि पुलिस को कब्र खुदवाने के आदेश प्राप्त हो गए है।
मनोवैज्ञानिक टटोलेंगे जुम्मादीन का दिल और दिमाग
रिमांड के दौरान पुलिस जुम्मादीन से कुछ खास हासिल नहीं कर पाई है। जुम्मादीन हर पल अपने ब्यान बदल रहा है। कभी वह इन हम्त्याओं के पीछे किसी तांत्रिक का हाथ होने, कभी अपनी साली के प्यार में हत्याएं करने तो कभी गरीबी के कारण बच्चों का बोझ ना उठा पाने की बातें कर रहा है लेकिन उसने ये हत्याएं क्यों की इसका सही से खुलासा नहीं हो पाया है। अब पुलिस इस खुलासे के लिए मनोवैज्ञानिकों की मदद लेगी। बताया जाता है कि मनोवैज्ञानिक आज वीरवार को हम्त्यारोपी जुम्मादीन का दिल और दीमाग टटोलकर हत्याओं के राज खोलने का प्रयास करेंगे।
कब्र खुदवाने के लिए डिडवाड़ा कब्रिस्तान जाएगी पुलिस: ए.एस.पी.
ए.एस.पी. अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि कब्र खुदवाकर 3 बच्चों के शवों की जांच के लिए पुलिस वीरवार को डिडवाड़ा गांव के कब्रिस्तान जाएगी। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कब्रें खुदवाकर शवों की जांच करवाई जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जुम्मादीन ने हम्त्याएं क्यों की हैं इसके लिए मनोवैज्ञानिकों को भ्भी बुलाया गया है।
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