किसानों ने हाथों में काले झंडे लेकर किया असंध-सफीदों हाईवे जाम
एहतियात के तौर पर प्रशासनिक व पुलिस अमला रहा मौजूद
एसडीएम की किसानों को मनाने की कोशिशें हुई नाकाम
सत्यखबर सफीदों
केंद्र सरकार द्वारा कृषि अध्यादेशों के खिलाफ नगर के ऐतिहासिक खानसर चौंक पर सफीदों क्षेत्र के किसानों ने 3 घंटे जाम लगाकर धरना दिया। इस मौके पर अनाज मंडी के आढ़ती भी किसानों के साथ मौजूद रहे। किसानों व आढ़तियों ने केंद्र सरकार, मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इन अध्यादेशों को किसान व आढ़ती विरोधी करार दिया। बता दें कि पहले से घोषित इस धरने को लेकर रविवार सुबह ही किसान खानसर चौंक स्थित गुरूद्वारा साहिब में इकठ्ठा होना शुरू हो गए थे। जैसे ही 12 बजे का वक्त हुआ हाथों में काले झंडे लिए हुए नारेबाजी करते हुए किसान गुरूद्वारा परिसर से निकलकर सीधे नगर के खानसर चौंक पर पहुंच गए और वहां पर दरिया बिछाकर धरने पर बैठ गए और सफीदों-जींद-असंध मार्ग को जाम कर दिया।
वहीं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एसडीएम मनदीप कुमार, ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार रामपाल शर्मा, सिटी थाना प्रभारी देवीलाल व सदर थाना प्रभारी धर्मबीर सिंह सहित व्यापक प्रशासनिक व पुलिस का अमला खानसर चौंक पर मौजूद रहा। इस धरने को चलते हुए करीब एक घंटा ही हुआ था कि एसडीएम मनदीप कुमार प्रदर्शनकारी किसानों को मनाने के लिए उनके पास पहुंचे और उन्हे समझाने का प्रयास किया। एसडीएम ने किसानों से कहा कि लोकतंत्र में सबकों अपनी बात रखने व रोष प्रकट करने का अधिकार है। क्षेत्रभर से आए किसान इस धरने व प्रदर्शन के माध्यम से अपना संदेश दे ख्ख्ख्चुके हैं तथा वे भी उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाएंगे।
https://sat.magzian.com/farmer-lathicharge-case-in-highcourt/
एसडीएम मनदीप कुमार ने किसानों से अनुरोध किया कि वे अपने धरने को समाप्त कर दें। जिस पर किसानों ने एकस्वर में कहा कि वे अपने धरने को खत्म करने वाले नहीं हैं। वे निर्धारित समय 3 बजे ही अपने धरने को समाप्त करेंगे और कोई भी ताकत उन्हे यहां से डिगा नहीं सकती। किसानों ने यह साफ किया कि उनका धरना व प्रदर्शन पूरा शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से रहेगा। धरना ना उठने की स्थिति में प्रशासन ने असंध, जींद व पानीपत जाने वाले वाहनों को इधर-उधर से निकलवाया। जाम के कारण लोगों व वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं किसानों ने 3 बजते ही अपने धरने को समाप्त कर दिया तथा जाम को खोल दिया।
पत्रकारों से बातचीत में किसानों ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और आढ़तियों का आपसी भाईचारा खराब करने की कोशिश कर रही है। किसान की मुसीबत, खुशी व गमी में अगर कोई काम आता है तो वह आढ़ती है। किसान व आढ़ती का चोली दामन का साथ है लेकिन इन अध्यादेशों के माध्यम से सरकार इन दोनों के रिश्ते को तोड़ रही है। किसानों ने कहा कि ये अध्यादेश देश के किसान व किसानी की तबाह कर देगा। ये अध्यादेश केवल और केवल बड़े-बड़े उद्योगपतियों व पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का एक षडय़ंत्र मात्र है। किसानों ने साफ किया कि अध्यादेश वापस होने तक उनका संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
Scrap aluminium processing efficiency Scrap aluminum lifecycle analysis Metal scrap processing