जांच ना होने को लेकर शिकायतकर्ता ने दी अनशन पर बैठने की धमकी
सरकार किसी ईमानदार अफसर से करवाए पालिका घोटाले की जांच – प्रदीप गर्ग
सत्यखबर सफीदों
सफीदों पालिका के विकास कार्यों में हुए कथित घोटालों के आरोपों की शिकायत का मामला निरंतर गहराता जा रहा है। अनियमित्ताओं की जांच ना होने की स्थिति में अब शिकायतकर्ता एवं आर.टी.आई. एक्टिविस्ट प्रदीप गर्ग ने अनशन पर बैठने की धमकी दी है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि वे इस सारे मामले की शिकायत पूरे सबूतों के साथ सी.एम. मनोहर लाल, गृहमंत्री अनिल विज, सी.एम. विंडों, पालिका आयुक्त, उपायुक्त जींद व एस.डी.एम. सफीदों को करीब 5 महीने पहले कर चुके हैं लेकिन स्थिति जस की तस है। पालिका घोटाले की ओर से सभी आंखे मूंदे बैठे हैं।
यह भी पढ़े:-
शिकायतकर्ता प्रदीप कुमार ने कहा कि सफीदों पालिका में चल रहे विकास कार्यों में करोड़ों रूपए का गोलमाल हुआ है। सफीदों में बनी गलियों, सडक़ों, नाले व नालियों में करोड़ों रूपए की गड़बड़ी हुई है। खासकर निकासी नाले के निर्माण में भारी अनियमितताएं बरती जा रही है। ठेकेदारों द्वारा अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए नाले को आड़ा-तिरछा व ऊंचा-नीचा बनाया जा रहा है, जिससे निकासी सुलभ नहीं हो सकती है। नगर में करोड़ों रूपए की जमीन नाला निर्माण के दौरान छोड़ दी गई, जिस पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। गलत तरीके से नाला निर्माण के कारण नगर के बाजारों की सडक़ें पूरी तरह से सिकुड़ गई है।
नाला निर्माण के दौरान बेहद घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। निर्माण के दौरान निर्धारित पैमाने से बहुत कम सिमेंट व लोहे का इस्तेमाल किया जा रहा है। हद तो यहां तक है कि कीचड़ व खड़े पानी में ही मसाला डालकर रातोरात नाला बनाया जा रहा है। इस संबंध में कुछ वीडिय़ों व फोटो उन्होंने सरकार को भी भेजी है। इस घटिया स्तर के बने नाले में से पानी रिसकर लोगों की नीवों में जा रहा है जिससे बिल्डिंगों को खतरा पैदा हो गया है। विकास कार्यों में जहां पर मिट्टी नहीं डाली गई वहां पर मिट्टी डाले जाने के बिल पास करवा लिए गए, कहीं सडक़ को रिपेयर करवाकर नई सडक़ बनाए जाने की पेमेंट करवा ली गई, नगर की नालियों को पाइप डालकर कवर किया गया है। नालियों में डाले गए पाईप बेहद घटिया स्तर के हैं और पूरा मैटिरियल नहीं डाला गया है।
यह भी पढ़े:-
प्रदीप ने बताया कि फरवरी माह में उन्होंने इस संबंध में शिकायत की थी लेकिन शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसा लगता है कि नीचे से ऊपर तक सारा सिस्टम भ्रष्ट हो चुका है। ईमानदारी का दम भरने वाली भाजपा सरकार व उसके नेता इस बड़े घोटाले पर पूरी तरह से चुप है। उन्होंने सरकार से मांग की कि शराब घोटाले जैसे इस सफीदों पालिका घोटाले की जांच ईमानदार अफसरों की टीम से करवाई जाए, सफीदों में हुए सभी निर्माणों के सैंपल भरे जाएं तथा जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक ठेकेदारों की पेमैंट पर रोक लगाई जाए।
ठेकेदार निर्माण कार्यों को फटाफट निपटाकर पालिका से पेमैंट निकलवाने के फिराक में है। अगर ठेकेदारों को पेमैंट हो गई तो सरकार को करोड़ों रूपए का चूना लग सकता है। प्रदीप गर्ग ने साफ किया कि अगले 10 दिनों के भीतर निर्माण कार्यों में हुई धांधलेबाजी की जांच नहीं हुई तो वे अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।
Copper scrap supply Copper scrap containers Bronze scrap recycling
Copper cable recycling facility, Scrap metal reclaiming management, Copper machining waste recycling
Aluminium waste management Aluminum scrap inventory management Scrap metal recovery methodologies