सत्यखबर चंडीगढ़
हरियाणा के सोनीपत जिले की बरौदा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले सरकार विधायकों का भरोसा जीतने में लगी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर हर रोज बदल रहे समीकरणों के बीच गठबंधन की सरकार चाहती है कि विधायकों को खुश रखा जाए। इसके लिए मंत्रिमंडल विस्तार से पहले करीब एक दर्जन विधायकों को विभिन्न बोर्ड एवं निगमों का चेयरमैन बनाया जा सकता है।
हरियाणा सरकार अभी तक काम कर रहे चेयरमैनों से इस्तीफे ले चुकी है,लेकिन करीब एक दर्जन चेयरमैन अभी भी ऐसे हैैं,जो इस्तीफा देने के बावजूद सरकारी सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहे हैैं। वह न केवल अपने दफ्तर आ रहे हैैं, बल्कि सरकारी गाड़ी और कोठी का भी इस्तेमाल कर रहे हैैं। इन चेयरमैनों को अभी चलता नहीं किया गया है, लेकिन सरकार ने बरौदा उपचुनाव जीतने की रणनीति के तहत नए विधायकों का भरोसा जीतने की दिशा में कदम बढ़ाए हैैं।
जजपा व भाजपा कोटे से पहले चरण में
आठ चेयरमैन जल्द ही बनाए जाने के आसार
बरौदा उपचुनाव सितंबर माह के अंत में अथवा अक्टूबर के आरंभ में संभव हैं। भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री यह स्पष्ट कर चुके कि बरौदा उपचुनाव भाजपा-जजपा गठबंधन मिलकर लड़ेंगे। कांग्रेस विधायक कृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से यह सीट खाली हुई है, जिस पर उपचुनाव होना है। 2019 में भाजपा ने पहलवान योगेश्वर दत्त और जजपा ने भूपेंद्र मलिक पर दांव खेला था। दोनों ने मिलकर करीब 55 फीसदी वोट हासिल किए थे।
भाजपा के राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही थी कि बरौदा उपचुनाव जीतने के लिए सरकार मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती है, लेकिन अब खबर आ रही है कि मंत्रिमंडल में बदलाव से पहले आठ चेयरमैन बनाए जा सकते हैैं। जननायक जनता पार्टी के कोटे से चार से पांच विधायकों को चेयरमैन बनाया जाएगा, जबकि चार विधायक भाजपा कोटे से बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन बनेंगे। जजपा विधायकों में चूंकि मंत्री या चेयरमैन बनने की अधिक तलब है, लिहाजा एक बार ही में ही कई विधायकों की चाह पूरी की जा सकती है। भाजपा में भी चेयरमैन पद के तलबगारों की कमी नहीं है। अगले एक पखवाड़े के भीतर बोर्ड एवं निगमों के नए चेयरमैन बनाए जा सकेंगे।
प्रदेश प्रभारी और संगठन मंत्री में भी होगा बदलाव
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष पर नियुक्ति के साथ ही पार्टी में नए प्रभारी और नए प्रांतीय महामंत्री संगठन की भी नियुक्ति की जाएगी। भाजपा के मौजूदा प्रभारी डा. अनिल जैन पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राज्यसभा सदस्य हैैं। उन पर काम का बोझ काफी है। लिहाजा उनके स्थान पर राष्ट्रीय महामंत्री मुरलीधर राव और राष्ट्रीय मंत्री सुनील देवधर में से किसी एक को प्रभारी बनाया जा सकता है। भाजपा के प्रांतीय संगठन महामंत्री सुरेश भïट्ट के स्थान पर भी नई नियुक्ति हो सकती है।
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