रेलवे के सीनियर डिविजनल इंजीनियर से मिले 3 गांवों के ग्रामीण
ग्रामीणों ने चेताया: अंडरपास बनाने की फिर कोशिश हुई तो करेंगे विरोध
विधायक सुभाष गांगोली ने भी पहुंचकर की ग्रामीणों की पैरवी
सत्यखबर सफीदों
उपमंडल के मलार गांव में निर्माणाधीन अंडरपास का मामला फिर से गरमा गया है। ग्रामीणों ने इस अंडरपास का शनिवार को भी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष जमकर विरोध जताया। बता दें कि उत्तरी रेलवे के सीनियर डिविजनल इंजीनियर धर्मबीर इस रेलशाखा के नियमित निरीक्षण के लिए शनिवार को आने वाले थे। वरिष्ठ अधिकारी के आने की भनक ग्रामीणों को लग गई और तत्काल प्रभाव से सरपंच मलार सोनू, सरपंच होशियारपुरा सुभाष व मलार गांव के पूर्व सरपंच कुलदीप के नेतृत्व में मलार गांव के अलावा गांव होशियारपुरा व जयपुर के भ्भी काफी तादाद में ग्रामीण रेलवे लाईन के पास आकर इकठ्ठा हो गए।
वहीं ग्रामीणों ने इसकी सूचना सफीदों के विधायक सुभाष देशवाल को भी दी। सूचना पाकर विधायक सुभाष देशवाल भी ग्रामीणों के बीच पहुंच गए। उत्तरी रेलवे के सीनियर डिविजनल इंजीनियर धर्मबीर अपने मातहत कर्मचारियों के साथ ट्रॉली में बैठकर निरीक्षण करते हुए रेलवे लाईन से गुजरे तो ग्रामीणों ने उन्हे रोक लिया और अपनी समस्या बताई। ग्रामीणों ने अधिकारी से अनुरोध किया कि मलार गांव की रेलवे फाटक पर बनाए जाने वाले अंडरपास को ना बनाया जाए। ग्रामीणों का कहना था कि यह 4 गांव का एकमात्र रास्ता है। इस अंडरपास के बनने से बड़े वाहन कंबाईन, ट्रक व बस इत्यादि को गुजरने में बड़ी समस्याएं उत्पन्न होगी।
आसपास के 4 गांवों की लड़कियां पढऩे के लिए इसी रास्ते से सफीदों कॉलेज जाती हैं। इसके बनने से लड़कियों से छेडख़ानी की शिकायतें बढ़ेगी। मलार गांव के खेत रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ हैं जिसमें पशु गाड़ी से चलाने में दिक्कत पेश आएंगी। हल्की बरसात होने पर भी आसपास के अन्य अंडरपास में 10-10 फूट तक पानी खड़ा हो जाता है और उसमें वाहन डूब जाते हैं तथा गांवों का आपस का संपर्क टूट जाता है। इस अंडरपास के निर्माण का 4 गांवों की पंचायतें पिछले कई सालों में कई विरोध जता चुकी है लेकिन फिर भी इसके निर्माण की कोशिशें की जाती है।
उन्होंने मौके पर आए अधिकारियों को चेताया कि अगर फिर भी यह अंडरपास बनाने की कोशिश की तो कई गांवों के लोग इसका विरोध करते हुए धरना देंगे। वहीं मौके पर पहुंचे विधायक सुभाष देशवाल ने कहा कि सफीदों विधानसभा क्षेत्र में रेलवे अंडरपास एक विफल योजना है क्योंकि इस क्षेत्र में जमीन के पानी का लेवल बहुत ऊपर है। इस बात से अवगत होने के बावजूद भी सरकार जबरदस्ती यहां रेलवे अंडरपास बनाने को उतारू है। उन्होंने सरकार से मांग की कि यहां रेलवे अंडरपास का काम बंद करवाकर यहां पर रेलवे फाटक ही रहने दिया जाए क्योंकि अंडरपास कामयाब होने वाला नहीं है।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वे ग्रामीणों के साथ खड़े हैं और किसी भी सूरत में यहां रेलवे अंडरपास नहीं बनने देंगे चाहे इसके लिए कितना भी बड़ा आंदोलन क्यों ना करना पड़े। वहीं विधायक सुभाष देशवाल ने उपायुक्त जींद से फोन पर बात की और स्थिति से अवगत करवाया। उत्तरी रेलवे के सीनियर डिविजनल इंजीनियर धर्मवीर ने कहा कि वे इसको लेकर उच्चाधिकारियों से वार्ता करेंगे। अगर ग्रामीण उपायुक्त जींद से उन्हे लिखवाकर दे देंगे तो वे अंडरपास का निर्माण रोक देंगे। जिस पर ग्रामीणों ने रेलवे अधिकारी से कहा कि वे इस संबंध में सोमवार को उपायुक्त जींद से मिलेंगे।
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