सत्य खबर जींद।
कोथ कला डेरे के महंत शुक्राइनाथ पर डेरे में ही सेवा करने वाले एक व्यक्ति ने तेजधार हथियार से हमला कर दिया। जिसके बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसको नारनौंद के सामान्य अस्पताल में लाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल शुक्राइनाथ को हिसार रेफर कर दिया। वही पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है।
गांव कोथ कला का डेरा पिछले काफी लंबे समय से विवादों में रहा है। मंगलवार को डेरे में ही पिछले काफी लंबे समय से सेवा करने वाले एक युवक की कहासुनी डेरे के ही महंत शुक्राइनाथ से हो गई। महंत ने उस युवक को समझाने की कोशिश की जिसके बाद मामला शांत हो गया। लेकिन उक्त युवक ने अचानक डेरे के महंत शुक्राइनाथ पर तेजधार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया जिसमें बाबा को गंभीर चोट आई। बाबा की हालत को देखते हुए उस पर नारनौंद के सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया जिसके बाद डॉक्टरों ने महंत की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद हिसार रेफर कर दिया।
वही मामले की सूचना मिलते ही पुलिस भी कार्यवाही में जुट गई। जांच अधिकारी बालकिशन ने कहा कि कोथ कला गांव का ही कोई लड़का है जो हर रोज डेरे के अंदर पूजा पाठ के लिए आता था आज भी वह पूजा के लिए आया था और उसने आते ही चद्दर में छुपाए हुए हथियार से महंत शुक्राइनाथ पर हमला कर दिया जिसमें महंत शुक्रायनाथ को सिर व हाथ पर गंभीर चोटें लगी हैं हमने हमला करने वाले युवक को काबू कर लिया है और वह पुलिस हिरासत में है
महंत शुक्राइनाथ के सिर में गंभीर चोटें
नारनौंद अस्पताल के डॉक्टर विवेक ने कहा कि इमरजेंसी स्थिति के अंदर कोथ कला डेरे के महंत शुक्राइनाथ घायल अवस्था में हॉस्पिटल में लाया गया है महंत शुक्राइनाथ के सिर में गंभीर चोटें हैं इस चोट से काफी खून बह गया है हमने काफी मेहनत से महंत का उपचार किया है।
प्रत्यक्षदर्शी अमित ने कहा कि मैं डेरे के अंदर पूजा पाठ करने के लिए आया हुआ था तभी महंत शुक्राइनाथ ने कहा कि मुझे संभालो हमने महंत को संभाल कर महंत को लेकर हम नारनौंद के हॉस्पिटल में आए हैं और महंत शुक्राइनाथ ने बताया है कि मेरे सिर में तेजधार हथियार से हमला किया गया है हमला करने वाला गांव कोथ कला का ही युवक है और डेरे में अक्सर आता जाता रहता था।
गौरतलब है कि करीब 3 वर्ष पहले भी कोथ कला में डेरे की गद्दी को लेकर काफी विवाद हुआ था जिसमें अनेक लोगों को गंभीर चोटें आई थी। काफी विवाद के बाद महंत शुक्राइनाथ को डेरे की गद्दी पर बैठाया गया था। अभी वह मामला पूर्ण रूप से खत्म हुआ भी नहीं था कि उससे पहले ही एक और मामला सामने आ गया है।
Aluminium waste recovery Aluminium scrap foil processing Metal waste reduction