सत्य खबर हरियाणा
प्रदेश सरकार ने प्रदेश की बेटियों को रक्षाबंधन पर बड़ा तोहफा दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में 11 नए महिला कॉलेजों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने यह रस्म वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये निभाई। उधर, राज्य में 11 कॉलेजों में से 2 अकेले बरोदा विधानसभा क्षेत्र को मिले हैं। बरोदा विधानसभा में जल्द ही उपचुनाव होने हैं।
सोमवार को मुख्यमंत्री पंचकूला में थे। यहां उन्होंने राज्य में पहले से घोषित 11 महिला कॉलेजों की नींव रखने की रस्म निभाई। इन कॉलेजों को आगामी शैक्षणिक सत्र से सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूलों के अस्थायी भवन से शुरू किया जाएगा और दाखिले भी किए जाएंगे। साथ ही ‘म्हारा हरियाणा-हरा भरा हरियाणा’ मुहिम का भी शुभारंभ किया। इस अभियान के अंतर्गत राज्य के विभिन्न हिस्सों में 5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस मौके पर हरियाणा के विधानसभा अध्यक्ष व पंचकूला विधायक ज्ञानचंद गुप्ता, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, केंद्रीय जलशक्ति व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया, भाजपा संगठन मंत्री सुरेश भट्ट, कॉलेज की प्रिंसिपल अर्चना मिश्रा, पंचकूला भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा मौजूद रहे।
https://sat.magzian.com/हुड्डा-के-गढ़-में-मनोहरला/
कहां- कहां बनेंगे 11 नए महिला कॉलेज
ये कॉलेज पंचकूला जिले के मोरनी में, भिवानी के ईशरवाल, सिरसा के गोरीवाला, नूंह के फिरोजपुर झिरका, जींद के छातर, कैथल के लदाना चक्कू, राजौंद, यमुनानगर के प्रताप नगर, हिसार के अग्रोहा, सोनीपत के भैंसवाल कलां और बरोदा (दोनों बरोदा हलके के गांव) में खोले जाएंगे। इन 11 नए महिला कॉलेजों के साथ राज्य में कॉलेजों की संख्या बढ़कर 351 हो जाएगी।
https://sat.magzian.com/पानीपत-में-लाठीचार्ज-माम/
बरोदा में किसी सरकार ने नहीं बनाया था कॉलेज
ध्यान रहे, बीती 12 अप्रैल को बरोदा हलके के कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा का निधन हो गया था। अब 6 महीने के भीतर यहां उपचुनाव करवाया जाना जरूरी है। इसके लिए विभिन्न पार्टियों के अलावा अन्य राजनेताओं ने अपने-अपने स्तर पर कमर कस ली है। माना जा रहा है कि राज्य में घोषित 11 नए कॉलेजों में से 2 इसी हलके को देने के बहाने सरकार आगामी उपचुनाव की पृष्ठभूमि तैयार कर रही है। हलके के लोगों की मानें तो इनेलो, कांग्रेस या मौजूदा भाजपा किसी भी सरकार ने हलके में विकास को तवज्जो नहीं,सिर्फ वोटबैंक ही तैयार किया है। अभी तक हलके में एक भी कॉलेज नहीं था, जिसके चलते हलके के 54 गांवों की बेटियों को पढ़ने के लिए बाहर जाना पड़ता है।
https://sat.magzian.com/पहले-से-बेहतर-है-केंद्रीय/
Aluminium scrap reduction strategies Aluminium recycling sector growth Scrap metal reclamation and reutilization services