चंडीगढ़। हरियाणा देश में ऐसा पहला राज्य होगा, जिसके किसान के खेत में होने वाली हर प्रकार की पैदावार को बाजार भाव पर खरीदा जाएगा। राज्य सरकार की सहयोगी सहकारी संस्था के रूप में नवगठित हरियाणा मल्टीपर्पज सहकारी फेडरेशन (हमको) किसान के खेत से उसकी पैदावार लेकर बिक्री करेगा। इसके लिए ‘हमको’ ने जमीनी स्तर पर समितियों के गठन का खाका तैयार किया है।
सहकारी फेडरेशन की समितियों की रहेगी जिम्मेदार
राज्य में न्यूनतम 200 सदस्यों की कुल 14 हजार सहकारी समितियां गठित की जाएंगी। सभी समितियों का एक अपना आउटलेट होगा। इसमें न केवल किसान से खेत से आई ताजी सब्जी, फल, फूल, डेयरी प्रोडेक्ट से लेकर अन्य खाद्यान्न भी बिकेंगे। इसके अलावा किसान की पैदावार को खरीदने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाए जा रहे तीन से पांच गांवों के कलस्टर पर ये सहकारी समितियां माइक्रो फूड इंटरप्राइज (एफएमई) भी खड़ी करेंगी।
राज्य 14 हजार समितियों का करेगा गठन
इसके लिए समितियों का पहला फोकस रहेगा कि एफएमई में किसान भी साझेदार रहे मगर यदि किसान साझेदार नहीं होगा तब भी समितियों के तत्वावधान में एफएमई बनेंगी। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान जो आॢथक पैकेज घोषित किया था इसमें दस हजार करोड़ रुपये की योजना थी। इसके तहत हरियाणा सरकार पहले ही कह चुकी है कि किसान की आमदनी दोगुनी करने के लिए कृषि आधारित खाद्यान्नों अथवा फल, सब्जी पर आधारित छोटी इकाई खेत में खोली जाएंगी।
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