सत्यखबर, चंडीगढ़
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के 1 दिन पर इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कड़ी आपत्ति जताई है….उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन के दौरान जमकर घोटाला किया और सरकारी तंत्र को पंगू बना दिया….लेकिन सत्र के दौरान सरकार इन पर चर्चा करने से भागती रही…सत्र के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार ने सदन को मच्छी बाजार बना दिया…कोरोना काल में हुए 9 घोटाले पर उन्होंने 12 कॉल अटेंशन प्रस्ताव दिए थे….लेकिन सरकार ने 2 को ही मंजूर किया….वहीं कांग्रेस की तरफ से भी भ्रष्टाचार के मामले को उठाने को लेकर कोई खास कार्रवाई नहीं की गई। इससे पता चलता है कि विपक्ष ने अपनी जिम्मेवारी सही तरीके से नहीं निभाई।
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मानसून सत्र के 1 दिन पर अभय ने जताई आपत्ति,कहा- सरकार ने सरकारी तंत्र को पंगू बनाया
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार ने पहले सत्र की 3 सिटिंग का संभावित प्लान बनाया था…लेकिन फिर से 2 दिन कर दिया और सत्र को मात्र 1 दिन चलाया….उसमें भी जीरो अवर, क्वेश्चन आवर और कॉलिंग अटेंशन मोशन पर कोई चर्चा नहीं की….लेकिन सरकार ने कुछ बिलों को पास कर जनता के बीच अपनी पीठ थपथपाने का काम जरूर किया है अभय चौटाला ने कहा कि हरियाणा विधानसभा की आज की कार्यवाही इतिहास के काले अध्याय में लिखी जानी चाहिए…क्योंकि कोरोना के चलते सरकार ने सभी एतिहात लिए हुए थे.. लेकिन इसके बावजूद भी सरकार ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने से भागती हुई नजर आई… उन्होंने कहा कि पिछले 20 साल से वह हरियाणा विधानसभा के सदस्य हैं लेकिन अब तक उसने उन्होंने ऐसा दिन नहीं देखा। इस दौरान उन्होंने डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की भूमिका को भी निंदनीय और दयनीय बताया।अभय सिंह चौटाला ने राइट टू रिकॉल को भी गलत बताया…उन्होंने कहा कि हरियाणा में बहुत पहले से ही ये कानून मौजूद है।
‘विपक्ष ने भी अपनी जिम्मेवारी सही से नहीं निभाई’
बहराल निजी क्षेत्र में 75 फ़ीसदी आरक्षण के प्रावधान को भी अभय चौटाला ने फर्जी बताया है….उन्होंने कहा कि जिस अध्यादेश को राष्ट्रपति ने मंजूरी दी है….उसमें 75 फ़ीसदी आरक्षण उस उद्योग में लागू होगा जिसे 1000 दिन स्थापित हुए पूरे हो चुके हैं..जब एक उद्योग में कर्मचारियों की संख्या पूरी होगी तो हरियाणा के युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा..चंडीगढ़ से रिजवान अहमद की रिपोर्ट
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