उजागर हुआ करोड़ों रुपये का जीएसटी घोटाला
कुम्भकर्णी नींद में सोया विभाग
सेल टैक्स विभाग में हुआ 64 करोड़ का फर्जीवाड़ा
शपथ पत्र के बावजूद आरोपियों पर नजरें इनायत
विभाग अधिकारी एक दूसरे के पाले में गेंद फेंकते आए नजर
सत्यखबर कुरुक्षेत्र
लॉकडाउन में कराधान विभाग अधिकारियों द्वारा शराब ठेकेदारों पर मेहरबानियां की स्याही अभी सुखी नहीं थी कि आबकारी विभाग में करोड़ो रूपये का एक बड़ा जीएसटी घोटाला और सामने आ गया है…कुरुक्षेत्र जिले के अब तक के सबसे बड़े जीएसटी धांधलेबाजी में सेल टैक्स विभाग के एक अधिकारी द्वारा 64 करोड़ के फर्जीवाड़े का मामला उजागर होने के बावजूद भी विभाग कुंभकर्ण की नींद में सोया है….आरोपियों को बचाने के लिए सब एक दूसरे के पाले में गेंद फेंककर अपने कर्तव्य से बच रहे हैं….
बहराल कारण खुद ब खुद बिना कहे की समझा जा सकता है कि फ्रॉड पकड़ने की शुरुआत तब हुई जब सेल टैक्स विभाग की जांच टीम ने एक ट्रक पकड़ा जिसके कागजात की जांच की गई तो सब बिल फर्जी मिले…वहीं से मामले की कड़ियां जोड़ी गई तो सबके सिर चकरा गए….क्योंकि मामला हजारों लाखों नहीं करोड़ों के घपले का निकला…जागरूक नागरिक राजेश सिंघल के मुताबिक चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद से शाहबाद की एक फर्म ने फर्जी लेनदेन किया और जीएसटी रिफंड लेकर करीब 64 करोड़ रुपए डकार लिए…सेल टैक्स विभाग के अधिकारी ताराचंद के शपथ पत्र के आधार पर सिंघल के क्या कुछ आरोप हैं..
सेल टैक्स विभाग के आला अधिकारी भी मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण ज्यादा कुछ भी कहने से बचते नजर आए….विभाग के उप आबकारी एवंम कराधान आयुक्त पवन चौधरी ने ज्यादा कुरेदने पर क्या कुछ कहा चलिए वो भी सुनवा देते हैं
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तो सुना आपने जीएसटी रूल्स के मुताबिक नियमानुसार कार्रवाई होगी…लेकिन सालों से जांच चल रही है कार्रवाई…फिलहाल राजेश सिंघल के मुताबिक जीएसटी कानून में प्रावधान है कि अगर 2 करोड़ से ऊपर का मामला हो तो तत्काल प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए…लेकिन जब विभाग के आला अधिकारी मेहरबान हो तो कुछ भी नहीं होता और इस मामले में भी ऐसा ही हुआ…
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